रिपोर्ट – विजय सैनी

U P crime news । कुख्यात संजीव जीवा कितना शातिर था इसका इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की मुंबई में माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम की सम्पति की जब नीलामी हुई तो उसे लेने की किसी की हिम्मत नहीं हो रही तब संजीव जीवा और रवि प्रकाश दाऊद की सम्पति की बोली लगाने जनवरी 2003 में मुंबई गए थे , जब इन्होने बोली लगाई तो वहाँ की पुलिस चौंक गयी थी, तब मुंबई के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने दोनों से नाम पता मालूम किया , इस पर मुंबई पुलिस ने मुज़फ्फरनगर के एसएसपी भजनीराम मीणा को अवगत कराया था । एसएसपी ने खतौली इंस्पेक्टर एस एस चौधरी को टीम के साथ मुंबई भेजा था , क्योकि दोनों बदमाश मुज़फ्फरनगर की कई घटनाओ में फरार चल रहे थे । एस एस चौधरी दोनों को मुंबई से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आये थे ।
इसके अलावा 2002 में जब ब्रजभूषण शर्मा एसएसपी थे तो संजीव जीवा ने अपने गैंग के साथ सहारनपुर से कोलकता के एक बड़े व्यापारी का कार समेत अपहरण कर लिया था , जीवा ने व्यापारी के ड्राइवर की हत्या करके शव को खतौली नहर में फैंक दिया था और 3 करोड़ की फिरौती के लिए व्यापारी का अपहरण कर लिया था , इस किडनेप से वेस्ट बंगाल और यूपी सरकार में हड़कंप मच गया था ,एसएसपी ने बरामदगी के लिए पुलिस की 20 टीमें बनाई थी , एक हफ्ते बाद व्यापारी को कैराना कस्बे में एक घर से सकुशल बरामद किया गया था ।
Contact for advertisement : 9415795867

