भारतीय जनता पार्टी के सांसद व कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पिछले लगभग 2 महीने से धरना प्रदर्शन कर रही महिला खिलाड़ी साक्षी मलिक ने शनिवार को अपने पति के साथ मिलकर एक वीडियो जारी किया है । the truth नाम से जारी किए इस वीडियो में उन्होंने महिला खिलाड़ियों के आंदोलन करने को शुरू से लेकर अभी तक का पूरा वर्णन विस्तार से दिया । उन्होंने यह भी बताया कि जब वह हरिद्वार में अपने मैडल बहाने के लिए गई थी तब किस प्रकार से वहां भी उनके साथ राजनीति हुई। कुल मिलाकर जारी किए गए वीडियो में यह कहा गया कि उनका आंदोलन सही है और वह इसमें राजनीति का शिकार हुए हैं।
जारी किए वीडियो में कही यह बात
शनिवार को जारी किए गए वीडियो में साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादयान ने कहा कि कि आप सभी जानते हैं कि वह पिछले कई महीनों से रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं उसने भारतीय महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। उन्होंने कहा कि फेडरेशन के माध्यम से और भी कई घोटाले किए गए हैं साक्षी मलिक के पति ने कहा कि वह पिछले कई दिनों से देख रहे हैं कि उनके खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही हैं और मीडिया में भी कई तरह की बातें की जा रही है। उन्होंने कहा कि या वीडियो बनाने की असली सच्चाई आज इस वीडियो के माध्यम से रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर जो आरोप लगे हैं उन सब की सच्चाई की डिटेल के साथ रखेंगे और सब का जवाब ग्रुप के साथ देंगे उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के ऊपर आरोप लगाती कांग्रेसी सांसद भूपेंद्र हुड्डा ने खिलाड़ियों को आंदोलन के लिए उकसाया है उन्होंने कहा कि वह सबसे पहले जनवरी में आंदोलन करने के लिए आए थे और उस आंदोलन की परमिशन बीजेपी के 2 नेताओं ने ली थी उन्होंने बाकायदा इस का परमिशन लेटर भी वीडियो के माध्यम से दिखाया जो कि जंतर-मंतर थाने से ली गई थी बबीता फोगाट हुआ पुराना ने ली थी तो यह कैसे हो सकता है कि यह आंदोलन कांग्रेसी नेता भूपेंद्र हुड्डा ने करवाई उन्होंने कहा कि वह गारंटी के साथ बोल सकते हैं कि 90% कुश्ती से जुड़े हुए लोग चाहे वह पहलवान हो या कुश्ती से जुड़े कुछ हो उन सब को यह पता है कि महिलाओं के साथ छेड़छाड़ हो रही है उनका आरोप है कि कुछ लोगों ने यह देखा भी है और कुछ लोग इसके खिलाफ आवाज भी उठाना चाहते थे उन्होंने दावा किया कि रेसलिंग कमेटी में एकता की कमी की वजह से आवाज नहीं उठा पाए अगर किसी ने आवाज उठाने की हिम्मत जुटाई तो वह बात अजय सिंह कमेटी तक पहुंच जाती थी और इसके बाद उनको कई तरह से प्रताड़ित किया जाता था उन्होंने वीडियो में दावा किया कि उनका आंदोलन सरकार के खिलाफ नहीं है बल्कि रेसलिंग कमेटी के प्रेसिडेंट के खिलाफ है क्योंकि प्रेसिडेंट ने अध्यक्ष पद पर रहते हुए गलत किया।