प्री-प्राईमरी की शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपना सौभाग्य की बातःराज्यपाल
दस आंगनबाड़ी केंद्रों के सुगम संचालन हेतु किटों का किया वितरण
(ब्यूरो रिपोर्ट)
Jalaun news today । बुधवार को प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विकास खण्ड डकोर के ग्राम सरसौखी में आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाने हेतु आवश्यक वस्तुओं (155 किटों) का वितरण कायर्क्रम का उद्घाटन फीता काटकर किया। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण कर आंगनबाड़ी कायर्कत्री चन्द्रलेखा एवं रानू से केन्द्र संचालन तथा ईसीसीई गतिविधियों के आयोजन तथा आंगनबाड़ी केन्द्र पर उपस्थित 3 से 6 वर्ष आयु के बच्चों द्वारा भावगीत का प्रस्तुतिकरण व बच्चों से संवाद किया गया तथा जिले की 10 आंगनबाड़ी कायर्कत्रियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुगम संचालन हेतु किटों का वितरण किया गया।

इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल ने कायर्क्रम स्थल पर उपस्थित आंगनबाड़ी कायर्कत्रियों को संबोधन करते हुये उनके कार्यों की महत्वता के बारे में कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से छोटे-छोटे बच्चों के पोषण तथा सवांर्गीण विकास में आंगनबाड़ी कायर्कत्रियों द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है जिसके चलते आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुगम संचालन हेतु राज्यपाल की प्रेरणा से जनप्रतिनिधिगण, जिला पंचायत, बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी, बीएसयूएल एवं बीजीसीसी, जीवीपीआर के सहयोग से जनपद जालौन के 155 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किटों का वितरण किया गया है।

उक्त किटों में बच्चों के खेलने हेतु विभिन्न प्रकार के खिलौने, झूला, साईकिल, ब्लैकबोर्ड, कुर्सियां तथा मेज आदि सामग्री वितरित की गयी है। इसके साथ ही राज्यपाल ने कहा कि धीरे-धीरे जनपद के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उक्त किट सामग्रियां उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है जिससे समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आने वाले बच्चों को खेल-खेल में पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा से दक्ष किया जा सके। उन्होंने आंगनबाड़ी कायर्कत्रियों को माता यशोदा की संज्ञा देते हुये कहा कि छोटे-छोटे बच्चों का प्री-प्राईमरी की शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आप सभी को सौंपी गयी है, जो बहुत सौभाग्य की बात है। आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को फल वितरण किया गया।

उक्त कायर्क्रम के दौरान बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा लगाये गये विभागीय स्टाॅल का निरीक्षण करते हुये स्टाॅल प्रदशर्न की सराहना की। कम्पोजिट विद्यालय सरसौखी में राज्यपाल ने कक्षा-1 से 5 तक के बच्चो को पठन-पाठन के बारे में जानकारी ली और किताब को बच्चो द्वारा पढ़वाकर सुना जिस पर राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं की सराहना की। छात्र-छात्राओं को जनरल नॉलेज, कहानी, महापुरुष जीवन परिचय की पुस्तक वितरित की। इसके उपरांत राज्यपाल ने ग्राम सरसौखी के प्राथमिक विद्यालय में वृक्षारोपण किया। इस मौके पर भानू प्रताप सिंह वर्मा राज्यमंत्री भारत सरकार, गौरीशंकर वर्मा विधायक उरई सदर, मूलचन्द्र निरंजन विधायक माधौगढ़, अरविन्द्र सिंह प्रतिनिधि जल शक्ति मंत्री, सरला देवी ग्राम प्रधान सरसौखी, चांदनी सिंह जिलाधिकारी, भीमजी उपाध्याय मुख्य विकास अधिकारी, शिवाकांत द्विवेदी परियोजना निदेशक (डीआरडीए), इफ्तेखार अहमद जिला कायर्क्रम अधिकारी, अमरेन्द्र पौत्स्यायन महिला कल्याण अधिकारी, चन्द्रप्रकाश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग व बेसिक शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारी, कमर्चारी उपस्थित रहे।
राजकीय मेडिकल कालेज निरीक्षण में स्वास्थ्य सेवाओं को परखा

उरई। जनपद भ्रमण पर आयी महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का काफिला सबसे पहले राजकीय मेडिकल कालेज में पहुंचा जहां पर उन्होंने बाल रोग कक्ष, इमरजेंसी व महिला वार्ड का निरीक्षण कर भर्ती मरीजों से हालचाल पूंछते हुये उन्हें फल बांटे। इसके बाद उन्होंने आयुष्मान कार्ड वितरण कायर्क्रम में भाग लिया तदुपरांत उन्होंने क्षय रोग से पीड़ितों को पोषण वितरण किया। इस दौरान मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य आरके मौर्य, डा. प्रशांत निरंजन, सीएमओ डा. एनडी शर्मा सहित अनेकों चिकित्सक मौजूद रहे।
महिला बंदियों से राज्यपाल ने संवाद कर सामाजिक जीवन से जुड़ने को किया प्रेरित
किशोर बंदियों से अपराध से दूर रहकर पढ़ने की दी सीख
महिला बंदियों की बांटी साड़ियां, बच्चों को दिये फल
Jalaun news । राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिला कारागार उरई का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक नीरज देव ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके उपरांत राज्यपाल ने सीधे बंदियों से संवाद किया और साथ ही शासन द्वारा रिहाई संबंधी जानकारी ली गयी। उन्होंने महिला बंदियों से संवाद करते हुये कहा कि भविष्य में आपराधिक जीवन से दूर होकर सामाजिक जीवन जुड़ने के लिये प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने किशोर बंदियों से संवाद के दौरान कहा कि अपराध न करने तथा पढ़ने हेतु प्रेरित किया।

जिला कारागार में बंदियों हेतु कौशल विकास मिशन चलाये जा रहे कायर्क्रम के बारे में बताया जिस पर राज्यपाल ने सभी बन्दियों को शिक्षित व हुनरबाज बनने की सलाह दी। इस अवसर पर राज्यपाल ने बंदियों को स्वच्छ पेयजल हेतु 4 नग वाटर कूलर भेंट स्वरूप दिये गये, महिला बंदियों के साथ रह रहे छोटे बच्चों को खिलौने व फल का वितरण किया और साथ ही महिला बंदियों को साड़ी भेंट की। कायर्क्रम के अंत में राज्यपाल ने सभी बंदियों से कहा कि जेल से छूटने के बाद एक अच्छे जीवन यापन हेतु आवश्यक मागर्दशर्न तथा कौशल विकास मिशन करते रहने की सलाह दी।
महामहिम राज्यपाल की मेजबानी के लिए बदले बदले दिखे नगर के मिजाज
कलेक्ट्रेट परिसर की सजावट और नई तस्वीर ने लुभाया
आगमन के कई घंटे पूवर् से ही उनकी प्रतीक्षा में लोग दिखाई दिए आतुर
उरई (जालौन)। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नगर आगमन पर आज बुधवार को उनके आतिथ्य में जिला प्रशासन ने जहां एक और कोई कोर कसर नहीं छोड़ी तो वही आगमन से कई घंटे पूर्व ही जगह-जगह लोग उन्हें देखने की प्रतीक्षा में आतुर नजर आए यही नहीं जिस तरह से महामहिम की मेहमानी के दौरान नगर के बदले बदले मिजाज देखने को मिले वह भी आम लोगों की चचार् का विषय रहे।
गौरतलब हो कि प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आज बुधवार को दोपहर में नगर में आगमन हुआ तय शुदा कायर्क्रम के अनुसार उन्हें लखनऊ से हेलीकॉप्टर के द्वारा आना था लेकिन बाद में पता चला कि मौसम की खराबी होने के कारण उनके कायर्क्रम में फेरबदल हुआ है और वह हेलीकॉप्टर की बजाय सड़क के रास्ते कार से आ रहीं हैं। बहरहाल महामहिम राज्यपाल के आगमन को लेकर जिस तरह से प्रशासन ने उनकी अगुवानी और स्वागत में व्यवस्थाओं को चाक चैबंद बनाने के साथ-साथ सजावट कराई वह बेमिसाल रही समूचे कलेक्ट परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया यहां तक के कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर भी आवाजाही न हो सके इसके लिए उस रास्ते पर गेट बंद रखा गया आने जाने के लिए पश्चिम दिशा का गेट ही संचालित रहा। राजपाल महोदय को कलेक्ट्रेट परिसर में आला प्रशासनिक अधिकारियों और प्राइवेट कॉलेज के प्रधानाचायर् तथा प्रबंधकों के साथ बैठक लेना तय था लिहाजा लिहाजा समूचे परिसर की साफ सफाई व्यवस्था और सजावट के बीच वहां लगाए गए स्टाइल भी आकषर्ण का केंद्र रहे।
