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केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CRPF ग्रुप सेंटर, ग्रेटर नोएडा में गृह मंत्रालय के अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत 4 करोड़वें वृक्ष का रोपण किया

Union Home Minister Amit Shah plants the 40 millionth tree under MHA's All India Tree Plantation Drive at CRPF Group Centre, Greater Noida

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज CRPF ग्रुप सेंटर, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश में गृह मंत्रालय के अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत 4 करोड़वें वृक्ष का रोपण किया।


श्री शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 8 विभिन्न परिसरों में 165 करोड़ रूपए की लागत से कुल 15 नवनिर्मित भवनों और इमारतों का ई-उद्घाटन भी किया। इनमें, 57 करोड़ रूपए की लागत से 102 रैपिड टास्क फोर्स में 220 पारिवारिक आवास का निर्माण, 17 करोड़ रूपए की लागत से ग्रुप सेंटर, रायपुर में 50 बिस्तरों वाले अस्पताल का निर्माण, 16 करोड़ रूपए की लागत से रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर जोधपुर में प्रशासनिक भवन, क्वार्टर गार्ड और परेड ग्राउंड, 11 करोड़ रूपए की लागत से ग्रुप सेंटर, रायपुर में 240 मैन बैरक का निर्माण, और देश के विभिन्न हिस्सों में अस्पताल, जिम, मेस, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, कैंटीन आदि का निर्माण शामिल है। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव और CRPF, CISF, NSG, NDRF, ITBP, SSB, BSF और Assam Rifles के महानिदेशकों सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


अपने संबोधन में गृहमंत्री श्री शाह ने कहा कि सभीकेन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि 3 साल पहले यह तय किया गया था कि दिसंबर, 2023 से पहले हम 5 करोड़ वृक्ष लगाएंगे और गैप फिलिंग के बाद इन्हें बड़ा कर दुनिया को समर्पित करेंगे। श्री शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि दिसंबर, 2023 तक 5 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे CAPFs के सभी जवानों और उनके परिजनों ने इस असंभव दिखने वाले काम को संभव करने के लिए इसे एक चुनौती की तरह लिया, लगाए गए वृक्ष को अपना दोस्त माना और उनकी देखभाल के लिए समय निकाला। उन्होंने कहा कि आज 4 करोड़वां पौधा, वो भी पीपल का, लगाया गया है। श्री शाह ने कहा कि 4 करोड़ हरे-भरे वृक्षोंके माध्यम से पृथ्वी को हरा-भरा करने में सभी CAPFs का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। यह अभियान CAPFs की शौर्यगाथा के साथ-साथ पृथ्वी के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति उनकी संवेदना की एक नई गाथा लिखेगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 1 करोड़ 50 लाख पौधों का रोपण करने का लक्ष्य है, अब तक कुल 4 करोड़ पौधे लगाये जा चुके हैं और हम बहुत जल्द ही 5 करोड़ वृक्ष रोपित करने का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज परमवीर चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल एबी तारापोर की जयंती है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए ना केवल सर्वोच्च बलिदान दिया बल्कि अपनी वीरता से मोर्चे की प्रथम पंक्ति में रहते हुए सभी की हौंसला अफज़ाई करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंडमान – निकोबार में एक द्वीप को लेफ्टिनेंट कर्नल एबी तारापोर का नाम देकर हमेशा के लिए उन्हें लोगों की स्मृति में जीवित रखने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि 5 करोड़ वृक्ष लगाने का ‘अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान’ पर्यावरण संरक्षण के एक महाकुंभ की तरह है। उन्होंने कहा कि देश के सभी CAPFs के जवानों ने अपनी वीरता, बलिदान, त्याग और परिश्रम से देश की आंतरिक सुरक्षा और सीमाओं की सुरक्षा को हमेशा चाकचौबंद रखा है। उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, सीमा सुरक्षा और सीमाओं पर स्थित प्रथम गाँवों में जन सुविधाएं पहुँचाने के साथ-साथ अब CAPFs वृक्षारोपण अभियान से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अभूतपूर्व काम कर रही हैं। प्राकृतिक आपदाएं हों या फिर कोरोना जैसी महामारी, हमारे CAPFs ने अपनी जान की परवाह किए बिना जनता पर आए हर संकट में साथ खड़े रहने का जज़्बा दिखाया है। श्री शाह ने कहा कि आज हमारी CAPFs वायब्रंट विलेज कार्यक्रम के माध्यम से देश की सीमाओं पर स्थित हमारे प्रथम गांवों में जनसेवा और जनसुविधा को ज़मीन पर उतारने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब एक और आयाम इसके साथ जुड़ा है जिसके तहत हमारे CAPFs पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी संवेदनशील तरीके से सतत प्रयास कर 4 करोड़ वृक्षों को बड़ा कर चुके हैं और इस वर्ष दिसंबर तक 5 करोड़ वृक्ष रोपण के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। श्री शाह ने कहा कि येविश्व में सुरक्षा के साथ जुड़ी ऐजेंसियों के पर्यावरण संरक्षण में सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय के सभी अधिकारियों ने कई स्तरों पर इस कार्यक्रम की निगरानी की। साथ ही सभी CAPFs के महानिदेशकों ने इस कार्यक्रम के प्रति कटिबद्धता दिखाई, प्लाटून और सेक्टर स्तर पर भी इस कार्यक्रम को मन से अपनाया गया। कई स्थानों पर पौधों की रक्षा के लिए रक्षक बाड़ और जाल लगाए गए और trench बनाकर भी पौधों को जीवित रखने के प्रयास हुए। उन्होंने कहा कि इन सभी प्रयासों का परिणाम है कि आज 4 करोड़ वृक्ष धरती को हरा-भरा कर रहे हैं।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण से ही पर्यावरण संरक्षण संभव है, आज लगाया गया एक वृक्ष आने वाली कई पीढ़ियों को ऑक्सीजन देने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से प्रदूषण बढ़ रहा है, इससे ओज़ोन की परत को नुकसान हो रहा है और इसके कारण भविष्य में सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ेंगी, जिससे पृथ्वी मानव जीवन के लिए सुरक्षित नहीं रह सकेगी। उन्होंने कहा कि इससे बचाव का एकमात्र रास्ता हैकि ज्यादा से ज्यादा वृक्ष रोपित किए जाएं और कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम से कम हो। श्री शाह ने कहा कि वृक्ष लगाते समय दो चीजों का ख्याल रखा गया है। एक वृक्ष लंबी आयु वाले हों और दूसरी, पीपल, बरगद, नीम, जामुन आदिजैसेसबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले वृक्ष लगाये जायें।उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सभी वृक्ष 100% से लेकर 60% तक ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वालेहैं। उन्होंने कहा कि लगाए गए सभी वृक्ष कई सालों तकपृथ्वी का संरक्षण करने का काम करेंगे।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को कई क्षेत्रों में विकसित और आत्मनिर्भर बनाकर दुनिया में देश का स्थान मजबूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हमारी धरोहर और संस्कृति ने हमेशा पर्यावरण सुरक्षा के लिए काम किया है और हमने भावनाओं और कर्म से हमेशा पर्यावरण की सुरक्षा की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रीन इनिशिएटिव के माध्यम से क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ लड़ाई में भारत को अगुआ बनाने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि इसीलिए जी-20 का सूत्रवाक्य ‘वसुधैव कुटुंबकम’ एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य रखा गया है।उन्होंने कहा कि भारत ने फ्रांस के साथ इंटरनेशनल सोलर अलायंस बनाकर एक सूर्य, एक दुनिया, एक ग्रिड परियोजना की शुरुआत की और बहुत सारे देश आज इस अलायंस के सदस्य बनकर इसमें सहयोग कर रहे हैं, ये मोदी सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है। श्री शाह ने कहा कि पर्यावरण के प्रति सजग जीवन शैली, LIFE के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी पारंपरिक जीवनपद्धति को दुनिया के सामने फिर से एक बार रखा है कि हमारी पारंपरिक जीवन शैली ही पृथ्वी को बचाने का साधन बन सकती है।उन्होंने कहा कि Lifestyle for Environment (LiFE) Mission का आज पूरी दुनिया अनुकरण कर रही हैऔर इन सब इनिशिएटिव्स के कारण ही प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त राष्ट्र ने चैंपियंस ऑफ अर्थ पुरस्कार से भी सम्मानित किया है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसी नई पद्धतियों की भी खोज की है जिनसे सिंगल यूज प्लास्टिक को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने स्वच्छता अभियान के माध्यम से पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि पहले देश में केवल 39%घरों में टॉयलेट थे, आज 99.9% घरों में टॉयलेट हैं, यह हमारे पर्यावरण सुरक्षा के प्रयासों की बहुत बड़ी उपलब्धि है। श्री शाह ने कहा कि पंचामृत,net Zero carbon Emission, अंतर्राष्ट्रीय सौर संगठन, 20% इथेनॉल ब्‍लेंडिंग, बायोगैस को बायोफ्यूल बनाने के लिए12 आधुनिक रिफाइनरियों का निर्माण और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन जैसे भारत के सभी इनीशिएटिव्स को आज पूरा विश्व उत्सुकता से देख रहा है और इनका अनुकरण भी कर रहा है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यावरण संबंधित 8 महत्वपूर्ण मिशन – नेशनल सोलर मिशन, नेशनल मिशन फॉर एनर्जी ऐफिशिएंसी, नेशनल मिशन ऑन सस्टेनेबल हैबिटेट, नेशनल वाटर मिशन, नेशनल मिशन फॉन ग्रीन इंडिया, नेशनल मिशन फॉरसस्टेनिंग हिमालयन इकोसिस्टम, नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर और नेशनल मिशन ऑन स्ट्रैटेजिक नॉलेज फॉर क्लाइमेट चेंज के माध्यम से हमारे देश की युगों से चली आ रही पर्यावरण संरक्षण की संस्कृति को नए सिरे से प्रस्थापित करने का काम किया है।श्री शाह ने कहा कि हमारे CAPFs ने इस वृक्षारोपण अभियान के एक हिस्से के रूप में चार करोड़ वृक्ष लगाए हैं और जिस दिन 5 करोड़ वृक्ष लग जाएंगे, तब हम गौरव के साथ अपनी संवेदनशीलता को पूरे देश के सामने रख पाएंगे कि CAPFs सिर्फ लोगों के जीवन की ही नहीं बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी बहुत अच्छे तरीके से काम करते हैं।उन्होंने कहा कि आज एक असंभव जैसे मिशन को हमारे CAPFs ने पूरा किया है। गृह मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि CAPFs वृक्षारोपण के कार्यक्रम को भी देश की सुरक्षा और वीरता की तरह अपना स्वभाव बनाएंगे।





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