पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बरसात से बढ़ रहा नदियों का जलस्तर,,,

Lucknow news today। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसी कड़ी में उत्तराखंड के हरिद्वार में भी गंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी में हरिद्वार बैराज से लगभग 3 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से यूपी के सटे हुए जनपदों में भी असर दिखाई दे रहा है । वहां पर बाढ़ की स्थिति सी पैदा हो गई है ऐसे में बाढ़ में फंसे यूपी के लोगों को राहत प्रदान करने के लिए सूबे की एसडीआरएफ की टीमें लगातार कड़ी मशक्कत कर रही है और वह जहां भी उनको सूचना मिल रही है कि यहां लोग बाढ़ में फंसे हैं टीम के लोग तुरंत मौके पर पहुंचकर लोगों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों की भी जान बचा रहे हैं। इतना ही नहीं उन्हें बचाव के लिए दवा भी वितरित कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों में इस समय काफी बारिश हो रही है। इस वजह से यहां की नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। स्थानीय प्रदेश की सरकार अपने यहां के लोगों को बचाने के लिए जल स्तर कम करने के लिए बैराज का गेट खोल कर कुछ पानी कम कर देते हैं ताकि लोगों को ज्यादा तकलीफों का सामना न करना पड़े । मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी इस समय बारिश काफी तेज हो रही है और गंगा नदी में जल स्तर बढ़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरिद्वार बैराज से लगभग 3 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है । ऐसे में हरिद्वार के आसपास के जनपदों में कुछ जगह ऐसी सूचनाएं प्राप्त हो रही है कि वहां पर नदियों का जलस्तर बढ़ गया है लोग बाढ़ में फंस गए हैं ।

बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए यूपी की एसडीआरएफ टीमें लगातार कड़ी मशक्कत कर रही हैं । मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूपी की एसडीआरएफ टीमों ने बाढ़ में फंसे लोगों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है।
एसडीआरएफ सेनानायक ने दी विस्तार से जानकारी
यूपी में बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के संबंध में एसडीआरएफ के सेनानायक डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण हरिद्वार बैराज से लगभग तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जिससे प्रदेश में बह रही नदियों का जलस्तर बढ़ा है और नदियों के किनारे बसे निचले भाग जलमग्न हो गए और बाढ़ की चपेट में आ गए। एसडीआरएफ के सेनानायक डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि इस भयावह स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीमें बिजनौर और मेरठ में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कार्य कर रही है जिसमें एसडीआरएफ द्वारा अब तक बिजनौर के रायपुर खादर मीरापुर सीकरी चांदपुर से लगभग 517 बाढ़ पीड़ितों एवं मेरठ के हस्तिनापुर से लगभग 110 बाढ़ पीड़ित व 10 मवेशियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया तथा बाढ़ पीड़ितों को दबा वितरित की गई।
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