(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । वर्ष 2013 में जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ में तैनात क्षेत्रीय ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग के एसआई के शहीद होने पर तत्कालीन राष्ट्रपति ने मरणोपरांत वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया था। सपा सरकार के मंत्री व सांसद ने गांव के बाहर शहीद के नाम पर स्मृति द्वार बनवाए जाने के निर्देश बीडीओ को दिए थे। दो दशक बीतने के बाद भी अब तक कोई काम न होने पर बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर नगर में उनके नाम पर चौराहे का नामकरण कर उनकी प्रतिमा स्थापित करने एवं गांव में स्मृति द्वार बनवाए जाने की मांग की है।
हमारे स्थानीय सहयोगी से मिली जानकारी के अनुसार बजरंग दल के नगर संयोजक मानवेंद्र परिहार, विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष अनुराग तिवारी के नेतृत्व में शिवम द्विवेदी, शिवम बादल, आशीष राज, अभिषेक, अंशू गौतम, अभिषेक कुशवाहा, अखिलेश बाथम, मोनू कुशवाहा आदि ने एसडीएम सुरेश कुमार को ज्ञापन सौंपकर बताया कि ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग निवासी अवध बिहारी सीआरपीएफ में एसआई के पद पर जम्मू कश्मीर में कार्यरत थे। वर्ष 2013 में 13 मार्च को ड्यूटी के दौरान आतंकवादियों के साथ हुई गोलाबारी में दो आंतकवादियों को मारकर वह भी शहीद हो गए थे। उनकी वीरता को देखते हुए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें मरणोपरांत वीरता पुरस्कार से सम्मानित भी किया था। उस समय सपा सरकार के मंत्री शिवकुमार बेरिया, सांसद घनश्याम अनुरागी गांव में पहुंचे थे और उन्होंने गांव में शहीद के नाम पर प्रवेश द्वार बनवाए जाने के निर्देश तत्कालीन बीडीओ को दिए थे। इसके अलावा नगर पालिका द्वारा भी नगर में उनके नाम पर बालाजी तिराहे का नामकरण किए जाने एवं चौराहे पर उनकी प्रतिमा स्थापित किए जाने की घोषणा की थी। तब से दो दशक बीतने के बाद भी अब तक इस ओर कोई प्रगति नहीं हुई है। बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद ने गांव में शहीद के नाम पर प्रवेश द्वार व नगर में चौराहे का नामकरण के साथ ही शहीद की प्रतिमा स्थापित किए जाने की मांग एसडीएम से की है।

