(रिपोर्ट- बबलू सेंगर)

Jalaun news today । तहसील क्षेत्र में किस खेत में कौन सी फसल कब बोई गई है, फसल की स्थिति क्या है और उत्पादन कैसा है इसको लेकर प्रदेश सरकार के निर्देश पर खरीफ की फसल का ई पड़ताल अभियान शुरू हो गया है। जिसमें लेखपाल मौके पर जाकर फसल की पडताल कर रहे हैं।
प्रदेश में फसलों का सर्वे अब तक कागजों पर होता था लेकिन अब जीपीएस युक्त ऐप के माध्यम से यह सर्वे होगा। माना जाता था कि लेखपाल अब तक फसलों की सर्वे रिपोर्ट को घर बैठे ही भेजते थे लेकिन अब प्रदेश सरकार इस पूरी व्यवस्था पर अंकुश लगाते हुए पूरे सर्वे को डिजिटल कर रही है। एसडीएम सुरेश कुमार ने बताया कि सर्वेयर को मौके पर जाकर किस गाटा संख्या में कौनसी फसल बोई गई है इसकी बिंदुवार जानकारी फीड करना होगी, मौके की फोटो भी अपलोड करनी होगी। इस व्यवस्था के तहत खेत में लगी फसल का नाम, प्रकार, श्रेणी, सिंचाई का विवरण, बुवाई की तारीख, क्रॉप की फोटो, भूखंड का जीआईएस कोऑर्डिनेट्स, क्रॉप सर्वे की तिथि और समय आदि जरुरी जानकारी एप पर दर्ज कर दी जाएगी। ई पडताल से किसानों को भी लाभ मिलेगा। जानकारी के अनुसार इनमें किसानों को कृषि उपज बेचने के लिए अब अपने दस्तावेजों का बार बार सत्यापन कराने से मुक्ति मिल जाएगी। इसके साथ ही फसल से जुड़ी सारी अहम जानकारी भी किसानों को एक जगह मिल जाएगी। इसके अलावा फसल को नुकसान होने की स्थिति में किसानों को वास्तविक क्षति का मुआवजा मिलना भी आसान होगा। साथ ही सरकार को यह पता होगा कि किस किसान ने किस खेत में कौन सी फसल लगाई है। ऐसे में किसानों को फसल से संबंधी कोई भी सलाह आसानी से मिल जाएगी। तहसील क्षेत्र में दो सितंबर से लेखपाल वैभव त्रिपाठी, सुधा अग्रवाल, दुष्यंत, सिंकी, स्वाति, पूजा राजपूत, विवेक, जितेंद्र, विनोद आदि ने खरीफ की फसल का ई पडताल अभियान शुरू कर दिया गया है। 15 सितंबर तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
