(रिपोर्ट ; बबलू सेंगर)

Jalaun news today । जालौन नगर में लगभग एक सप्ताह पूर्व छठी माता मंदिर परिसर में लगे पेड़ों को रात के अंधेरे में काटा जा रहा था। सभासद समेत समाजसेवियों को इसकी जानकारी होने पर वह मौके पर पहुंच गए। सदर विधायक ने एसडीएम से मामले की जांच कराने के लिए कहा था। जांच आख्या में मंदिर की जमीन नगर पालिका क्षेत्र में होने की बात पता चली। जिसके बाद एसडीएम ने नगर पालिका ईओ को नोटिस भेजकर लकड़ी का मूल्यांकन कराने एवं उसकी नीलामी के निर्देश दिए हैं।
नगर में नहर रोड पर प्राचीन छठी माता का मंदिर स्थित है। इस मंदिर परिसर में छायादार पेड़ों के साथ ही यूकेलिप्टस के पेड़ भी लगे हैं। पांच सितंबर की रात करीब साढ़े आठ बजे रात के अंधेरे में यूकेलिप्टस के पेड़ों को काटा जा रहा था। इसकी जानकारी मोहल्ला खंडेराव के सभासद ललित वर्मा उर्फ ईलू मेंबर को हुई तो वह अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गए। वहां उन्हें कुछ लोग पेड़ काटते हुए मिले और साथ में नगर पालिका की गाड़ी भी खड़ी थी। रात के अंधेरे में काटे जा रहे पेड़ों और वहां मौजूद नगर पालिका की गाड़ी पर उन्होंने विरोध जताया और पेड़ कटवाने में शामिल लौना गांव के प्रधान व मंदिर के पुजारी के खिलाफ कोतवाली में तहरीर भी दी थी। उक्त मामले का सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने भी संज्ञान लिया था और एसडीएम सुरेश कुमार को मामले की जांच कराकर कार्रवाई किए जाने की बात कही थी। जिस पर एसडीएम ने सदर लेखपाल वैभव त्रिपाठी और लौना गांव के लेखपाल को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। लेखपाल की जांच में पता चला कि गाटा संख्या 514 नगर पालिका क्षेत्र में है। समीप के गांव के प्रधान व पुजारी द्वारा बिना किसी मूल्यांकन के अवैध रूप से पेड़ कटवाए जा रहे थे। जिसको लेकर एसडीएम ने नगर पालिका ईओ को नोटिस भेजकर काटी गई लकड़ी का मूल्यांकन कराकर उसकी नीलामी कराए जाने एवं एक आधे कटे हुए पेड़ का भी मूल्यांकन कराकर उसकी नीलामी किए जाने के निर्देश दिए हैं।
