(रिपोर्ट : बबलू सेंगर)

Jalaun news today। गढ़गुवां ग्राम पंचायत में गोशाला न होने से गांव में आवारा जानवर खेतों में घुसकर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं। पड़ोसी गांव हथना बुजुर्ग में गोशाला में स्थान होने के बाद भी प्रधान जानवरों को बंद नहीं करने दे रहे हैं। पीड़ित किसानों ने एसडीएम को शिकायती पत्र देकर समस्या का समाधान कराने की मांग की। वहीं, एसडीएम ने हथना बुजुर्ग की गोशाला में पशुओं को पहुंचाने के निर्देश बीडीओ को दिए हैं।
तहसील क्षेत्र के ग्राम गढ़गुवां में अस्थाई गोशाला नहीं हैं। गोशाला न होने से गांव के आवारा जानवर खेतों में घुस जाते हैं। इस समय खेतों में खरीफ की फसल खड़ी है। आवारा जानवर खेतों में घुसकर कुछ फसल को चरकर तो कुछ को रौंदकर नष्ट कर देते हैं। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। खेतों की रखवाली के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। क्योंकि किसान एक ओर खेत की रखवाली करते हैं तो पशु दूसरी ओर से खेत में घुस जाते हैं। जिसके चलते किसान काफी परेशान हैं। परेशान किसान विशंभर सिंह, अश्वनी, हरेंद्र, रवि, विनोद, पप्पू, प्रमोद आदि एसडीएम के पास पहुंचे और उन्हें आवारा पशुओं की समस्या से अवगत कराया। किसानों ने बताया कि उनके गांव के पड़ोसी गांव हथना बुजुर्ग में अस्थाई गोशाला है जिसमें गांव के लगभग 20-25 पशुओं को रखा जा सकता है। किसान शुक्रवार को पशुओं को लेकर गोशाला गए भी थे। लेकिन प्रधान ने पशुओं को नहीं रखने दिया। किसानों की शिकायत का संज्ञान लेकर एसडीएम ने बीडीओ प्रशांत कुमार को निर्देश दिए कि किसानों की समस्या का तत्काल समाधान कराएं। स्थान होने के बाद भी प्रधान गोशाला में पशुओं को नहीं रख रहा है तो पुलिस सहायता के माध्सम से गोशाला में पशुओं को संरक्षित कराया जाए।
