(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत मंडलायुक्त ने तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने तहसील कार्यालय के सभी पटलों को चैक किया और कमियां मिलने पर उन्हें दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त डॉ. आदर्श सिंह ने सोमवार को प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत तहसील का निरीक्षण किया। तहसील परिसर में पहुंचने पर सर्वप्रथम उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जिसके बाद उन्होंने एसडीएम कार्यालय और एसडीएम कोर्ट की फाइलों को देखा। मुआयना के दौरान एसडीएम, तहसीलदार व तहसीलदार न्यायिक के कोर्ट पर चल रहे वादों से सबंधित पत्रावलियों के साथ ही मुकदमे के ऑनलाइन फीडिंग का भी जायजा लिया।

उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कोर्ट में कोई वाद अनावश्यक रूप से लंबित न रहे। प्राथमिकता के आधार पर लंबित प्रकरण का निस्तारण करें। उन्होंने फाइलों का रखरखाव और वादों के निस्तारण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि अविवादित मामलों का तत्काल निस्तारण किया जाए। अनावश्यक रूप से लंबित वादों में एसडीएम व तहसीलदार की जवाबदेही तय होगी। उन्होंने भूलेख कक्ष, राजस्व अभिलेखागार, नजारत संग्रह, अनुभाग रजिस्ट्रार, कानूनगो आदि पटलों का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, जीपीएफ पासबुक, संपत्ति रजिस्टर, अमलदरामत रजिस्टर के बारे में जानकारी ली जिसमें अभिलेखों की एंट्री व सर्विस बुक अपडेट न मिलने पर कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने विद्युत देय रेजिस्टर देखा जिसमें राजस्व वसूली को बिना चालान के बैंक में जमा किया गया, जिस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।

उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि विद्युत देय की राजस्व वसूली की जाए साथ ही चालान के माध्यम से बैंक में जमा किया जाए इस प्रथा की पुर्नावृत्ति न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। राजस्व अभिलेखागार के निरीक्षण के दौरान पुरानी पत्रावलियों को समुचित रखरखाव के निर्देश दिए। निरीक्षण कि उपरांत मंडलायुक्त ने बताया कि निरीक्षण में अधिकांश व्यवस्थाएं दुरूस्त मिली हैं। जो कमियां पाई गई उन्हें दूर करने के निर्देश दिए गए। इस मौके पर डीएम राजेश पांडेय, एसपी डॉ. ईराज राजा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार, एसडीएम सुरेश कुमार पाल, तहसीलदार एसके मिश्रा, नायब तहसीलदार गौरव आदि मौजूद रहे।
