UP news today । केंद्र सरकार द्धारा बनाए गए हिट एंड रन कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे चालकों को समझाने के लिए यूपी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है । इसी कड़ी में सोमवार की शाम प्रदेश के परिवहन आयुक्त ने सूबे के सभी कमिश्नर और डीएम को निर्देश जारी किए हैं कि वह कर्मचारी यूनियन के साथ बैठक करके उनको इस कानून के संबंध में विस्तार से समझाएं और हड़ताल कराएं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस कानून के विरोध में यूनियन ने 30 जनवरी तक हड़ताल करने का ऐलान किया हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए चालकों के एक्सीडेंट के बाद सख्त कानून को लेकर चालकों में काफी आक्रोश है और वह इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं । बताया जा रहा है कि इसी के चलते चालकों ने पिछले दो दिनों से रोड पर चक्का जाम करते हुए प्रदर्शन भी किया है । मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चालकों द्वारा किए जा रहे इस धरना प्रदर्शन से लोगों को काफी परेशानी भी हो रही है कहीं कोई जाम में फंस रहा है तो कहीं यात्री बसों में सफर करने के लिए परेशान हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चालकों द्वारा किए जा रहे इस चक्का जाम प्रदर्शन को समाप्त कराने को लेकर प्रदेश के परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने सोमवार की शाम को प्रदेश के सभी कमिश्नर और जिलाधिकारी को निर्देश जारी करते हुए कहा कि वह है यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके उनको इस कानून के संबंध में विस्तार से बताएं जारी किए गए निर्देश में यह कहा गया कि अभी यह प्रावधान लागू नहीं हुआ है लागू होने के बाद ही यह सब किया जाएगा।
यह निर्देश दिए
उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने निर्देश जारी करते हुए प्रदेश के सभी कमिश्नर व जिला अधिकारियों से कहा कि नई सड़क दुर्घटना कानून के विरोध में रोडवेज के अनुबंध व जिले के बस यूनियनों द्वारा 1 जनवरी से 30 जनवरी तक हड़ताल घोषित किया गया है हड़ताल के कारण प्रदेश की परिवहन व्यवस्था अत्यधिक प्रभावित हो रही है जिसके कारण बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए यात्रियों को गंतव्य तक जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। जारी किए गए निर्देश में परिवहन आयुक्त ने कहा कि उक्त कानून के प्रावधान अभी लागू नहीं हुए हैं उक्त कानून लागू होने के पश्चात ही इसका स्वरूप परिभाषित किया जा सकता है ऐसे में परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक बस यूनियनों के पदाधिकारियों के साथ स्वयं बैठक कर आम जनमानस को हो रही समस्याओं से अवगत कराते हुए पुनः बसों के सुगम संचालन किए जाने के संबंध में अग्रेत्तर कार्रवाई करें।