(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । शारदीय नवरात्र में नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली देवी मां की झांकियों में स्थापित होने वाली प्रतिमाओं में विभिन्न रूपों में देवी मां की मूर्तियों को मूर्तिकार अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।

नगर के एकमात्र मूर्तिकार श्याम कुशवाहा की मूर्तियां वर्षों से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की जाती हैं। जानकार लोग दूर-दूर से यहां मूर्तियों को लेने आते हैं। मूर्तिकार द्वारा प्रकृति व पर्यावरण के अनुरूप मूर्तियों को बनाने का कार्य महीनों पहले से प्रारंभ हो जाता है। 15 अक्टूबर से प्रारंभ होने जा रही शरदीय नवरात्र को कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे मे मूर्तियों को अंतिम रूप दिए जाने में मूर्तिकार दिन-रात लगे हुए हैं।

मूर्तिकार श्याम कुशवाहा ने बताया कि इस बार दुर्गा पांडाल भव्य तरीके से सजाए जा रहे हैं। इसलिए इस बार 3 फुट से लेकर 10 फुट तक की देवी मां की लगभग आधा सैंकड़ा मूर्तियां तैयार की जा रही है। मूर्तियों की कोई कीमत निर्धारित नहीं की जाती है।

भक्त और मूर्तिकार एक न्यौछावर तय कर लेते हैं, जिसके बाद न्यौछावर देकर भक्तगण मूर्तियों को अपने साथ ले जाते हैं। उन्होंने बताया कि इन मूर्तियों को घास-फूस, लकड़ी, मिट्टी और प्राकृतिक रंगों से तैयार किया जाता है। इन मूर्तियों को तैयार करने में श्याम कुशवाहा व उनके साथी कलाकार पत्नी फूलन देवी, विशाल, विकास, आकाश, सत्यम, देवराज व गजेन्द्र दिन-रात मेहनत कर सहयोग कर रहे हैं। यह मूर्तियां नवरात्र में नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित पांडालों में विराजमान होंगी। मूर्ति स्थापना के बाद देवीभक्तों द्वारा देवी मां की मूर्तियों का अद्भुत श्रृंगार भी किया जाएगा। नवरात्र का यह पर्व दशहरा को मूर्ति विसर्जन के बाद समाप्त हो जाता है।
