एस एम अरशद/दिव्य नौटियाल
Sports news today । भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच सेंचुरियन में खत्म हो गया है। महज सिर्फ तीन दिन में ही मुकाबला खत्म हो गया। भारतीय बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में काफी निराश किया। दक्षिण अफ्रीका की पेस बैटरी के आगे टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए है। पहली पारी में रबाडा की रफ्तार के आगे अनुभवी विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों की भी हवा निकल गई जबकि युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर भी रबाडा की गेंदों के आगे बेबस दिखे। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज रबाडा काफी समय से चोट से जूझ रहे थे लेकिन उन्होंने यहां पर दमदार वापसी की है।
दूसरी तरफ सेंचुरियन में भारतीय टीम का मध्यक्रम काफी कमजोर दिखा। मध्यक्रम में अकेले विराट कोहली पर भी जिम्मेदारी थी लेकिन वो रबाडा की तेज गेंदों के आगे संघर्ष करते हुए नजर आये। दरअसल भारतीय टीम इस वक्त बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। टीम का मध्यक्रम इसलिए कमजोर लग रहा है क्योंकि इसमें पुजारा और रहाणे जैसे अनुभवी बल्लेबाजों को टीम में जगह नहीं दी गई। उनके स्थान पर भारतीय चयनकर्ताओं ने गिल और श्रेयस अय्यर को मौका देने का फैसला किया। पुजारा और रहाणे के न होने पर पूरी जिम्मेदारी विराट के कंधे पर है और उनके साथ मध्यक्रम में केएल राहुल ही बचते हैं जो बैटिंग ऑर्डर में थोड़ी मजबूती प्रदान कर रहे हैं। केएल राहुल पहली पारी में जोरदार संघर्ष किया और शतक लगाकर कुछ हद तक दक्षिण अफ्रीका की पेस बैटरी का मुकाबला किया।
वहीं पुजारा और रहाणे को साल 2022 में खराब प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया से बाहर किया गया है। हालांकि पुजारा ने काउंटी क्रिकेट का रुख किया है और वहां पर दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं रहाणे के लिए टीम इंडिया के लिए दरवाजे करीब 12 महीने से बंद हो गए है लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि रहाणे विदेशी जमीन पर सबसे अच्छे बल्लेबाजों में से एक है।
बात अगर दक्षिण अफ्रीका दौरे की बात करे तो साल 2018-19 के दौर पर जब भारतीय टीम वहां पर गई थी तब रहाणे इस टीम में शामिल थे लेकिन शुरुआती दो मैचों में उनको शामिल नहीं किया गया था लेकिन तीसरे मैच में उनको टीम में जगह मिली और रहाणे कमाल करते हुए अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई थी। पुजारा तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं और वो मध्यक्रम के मजबूत कड़ी माने जाते थे लेकिन अब स्थान पर गिल को उतारा जा रहा है, जो पूरी तरह अनुभव के मामले में काफी पीछे हैं जबकि रहाणे की जगह श्रेयस अय्यर को मौका दिया गया है। गिल और अय्यर टी-20 क्रिकेट के खतरनाक खिलाड़ी लेकिन उनको टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर अभी लंबा सफर तय करना है।