Lucknow news today ।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज राजधानी लखनऊ में स्थित समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय, में खचाखच भरे डॉ0 राममनोहर लोहिया सभागार में समाजवादी अधिवक्ता सभा की बैठक को सम्बोधित किया। बैठक में उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों के अधिवक्ता सम्मिलित हुए।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश और देश की जनता परिवर्तन चाहती है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों से हर वर्ग परेशान है। 2024 के लोकसभा चुनाव में बदलाव होना तय है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता समाज जागरूक और प्रभावशाली है। वह समाज और आम जनता की समस्याओं को समझता है। अधिवक्ता समाज समाजवादी पार्टी की नीतियों, कार्यक्रमों और अपने एजेण्डे को आम जनता तक पहुंचाने में कामयाब हो गया तो परिवर्तन तय है।
उन्होंने कहा कि जब से केन्द्र में भाजपा की सरकार बनी है तब से देश में एक लाख से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सीमा पर लगातार जवान शहीद हो रहे हैं। भाजपा सरकार में न सीमाएं सुरक्षित है और न किसान और जवान सुरक्षित है। भाजपा की नोटबंदी की नीति पूरी तरह विफल रही। नोटबंदी से न आतंकवाद कम हुआ और न भ्रष्टाचार और महंगाई कम हुई। बड़ी संख्या में लोग बैंकों का पैसा लेकर विदेश भाग गए। देश में महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। नौजवान बेरोजगार है। भाजपा सरकार ने किसानों, नौजवानों, महिलाओं सभी को धोखा दिया है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा प्रधानों के बजट का पैसा काट कर विकसित भारत का झूठा सपना दिखा रही है। सिर्फ नारों से देश विकसित नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार को जब भी मौका मिला प्रदेश का विकास किया। अधिवक्ताओं के लिए काम किया। नेता जी और समाजवादी सरकार ने अधिवक्ताओं के चेम्बरों की व्यवस्था की। अधिवक्ताओं के हित में कई फैसले लिए। लखनऊ की नयी हाईकोर्ट बिल्डिंग समाजवादी सरकार में बनी। हाईकोर्ट की भव्य बिल्डिंग की तारीफ सभी ने की। हाईकोर्ट बिल्डिंग के उद्घाटन के लिए आये तत्कालीन चीफ जस्टिस ने भी तारीफ करते हुए कहा कि ऐसी बिल्डिंग और बैठने की जगह तो दिल्ली में भी नहीं है। लेकिन आज भाजपा सरकार उसका मेंटीनेंस तक नहीं कर पा रही है।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में एक्सप्रेस-वे बनाया। प्रदेश के एक कोने को दूसरे कोने से जोड़ने का काम किया। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे समाजवादियों की देन है।
समाजवादी सरकार में गोमती नदी की सफाई और सौंदर्यीकरण के लिए गोमती रिवरफ्रंट बनाया गया। समाजवादी सरकार ने काम करके दिखाया कि नदियों के साफ रखने का यही तरीका है। अभी तक हम सब जानते थे कि रिवरफ्रंट नदियों पर बनता है लेकिन भाजपा सरकार नाले पर रिवरफ्रंट बना रही है। भाजपा लोकतंत्र और संविधान को कमजोर कर रही है। लड़़ाई बाबा साहब के संविधान और बुल्डोजर के बीच है। एक तरफ संविधान बचाने वाले हैं दूसरी तरफ बुल्डोजर से कानून और संविधान को रौदने वाले है। समाजवादी पार्टी संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। समाजवादी पार्टी ने नारा दिया है 80 हराओ, भाजपा हटाओं। भाजपा हटेगी तभी लोकतंत्र और संविधान बचेगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने में अधिवक्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
बैठक में अधिवक्ताओं ने लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को जिताने का संकल्प लिया। बैठक में अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण कन्हैया पाल, प्रदेश अध्यक्ष सिकन्दर यादव, हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता आईपी सिंह, प्रमुख महासचिव जितेन्द्र सिंह जीतू, अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय महासचिव सरदार आलोक सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे। अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि वे 2024 में भाजपा को पूरी ताकत से सत्ता से बेदखल करेंगे।
बैठक में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल मौजूद रहे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता सभा ने श्री यादव को 12 सूत्री एजेण्डा सौंपा। इसमें चुनाव प्रक्रिया में अधिवक्ताओं की भूमिका तय करने, विधिक सलाहकार समिति बनाने, आरक्षण का लाभ जूडीशियल सेवा में देने, राष्ट्रीय न्यायिक सेवा आयोग के गठन, वक्फ सम्पŸिायों के सर्वेक्षण तथा अल्पसंख्यकों को सुरक्षा आदि देने का जिक्र है।
बैठक में तमिलनाडु समाजवादी अधिवक्ता सभा के प्रदेश अध्यक्ष जी सतीश कुमार यादव, केरल समाजवादी अधिवक्ता सभा के प्रदेश अध्यक्ष एडीसन थामस, गुलाब चंद्र विश्वकर्मा महाराष्ट्र, मलिया अमार कर्नाटक, राजेन्द्र यादव चण्डीगढ़, रविचंद्रा प्रदेश अध्यक्ष तेलंगाना, हैदर अब्बास, ममता सिंह यादव, शुभांगी द्विवेदी, मधुलिका यादव, देवीबख्स सिंह, शशि पाठक, सौरभ यादव, रामानंद यादव, सीपी सिंह, ललित, सिराज अहमद, धीरज यादव, रामशरण नागर, तेजराम यादव, अमित यादव, विजय बहादुर यादव, भोलानाथ यादव, विष्णु यादव, उमेश प्रताप यादव, अक्षय लाल मौर्य, महमूद आलम, ऋषि यादव, प्रभाकर कृष्ण, रामचन्द्र राजभर, श्याम सुंदर यादव, जगदीश सिंह चौहान, सहजराम, संदीप रावत, रिंकी यादव, निर्मला यादव सीमा यादव, श्रीमती जैनबजहां, पूजा गौतम अलीगढ़, राकेश कुमार यादव, आशा सरोज, सुषमा यादव, जीतू कश्यप, निकहत सिद्दीकी, विजय बहादुर, जगदीश सिंह चौहान, सरोजनी बाला यादव, संदीप कुमार रावत, रमन सिंह, स्वतंत्रलता यादव, दानिश सिद्दीकी, फिरदौस सिद्दीकी, प्रीति मौर्या, ज्योति गुप्ता, मनीषा यादव, आशीष श्रीवास्तव, अमरेन्द्र प्रताप सिंह, रंजीत यादव, दिलीप यादव, रणविजय यादव, ममता शर्मा, किरन विश्वकर्मा, एमपी सिंह, पुष्पांजलि पाण्डेय, अंकिता वर्मा, नीलू वर्मा, कचंन मौर्य, राजू रावत, एजाज अहमद, विनीत वर्मा, श्याम बाबू रावत, संतोष रावत, मनीष वर्मा, अंकित पाल, सुधीर सिंह, सरफराज हुसैन, शफीक किदवई, आर.एस. यादव, अजय पाल, फिरासत अली, यादवेन्द्र यादव समेत हजारों की संख्या में अधिवक्ता और राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी शामिल रहे।