प्राइवेट स्कूलों में मंहगी किताबों के पढ़ाये जाने पर विद्यार्थी परिषद ने जताया विरोध,, एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर की ये मांग

Jalaun news today । जालौन में प्राइवेट स्कूलों में एनसीईआरटी किताबों के अतिरिक्त मंहगी प्राइवेट प्रकाशनों की किताबें पढ़ाई जाती है। जिससे अभिभावकों को मंहगे दामों पर किताबें खरीदने को मजबूर होना पड़ता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर एनसीईआरटी प्रकाशन की किताबें से स्कूलों व इंटरकॉलेजों में पढ़वाने की मांग एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की है। साथ ही ऐसा न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य आदित्य हृदय कैलिया, सत्यम याज्ञिक, निखिल आदि ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर बताया कि विद्यार्थी परिषद समय समय पर छात्र हित की मांग उठाता रहता है। बताया कि नगर व क्षेत्र में प्राइवेट स्कूल व इंटरकॉलेज एनसीईआरटी की किताबों का सिलेबस न पढ़ाकर प्राइवेट प्रकाशनों की किताबें पढ़ा रहे हैं। प्राइवेट प्रकाशन की किताब अभिभावक को चार से छहगुना अधिक दामों पर खरीदनी पड़ती है। यदि कोई गरीब अभिभावक है तो वह इन किताबों को खरीद भी नहीं सकता है। जबकि स्कूल संचालक इन्हीं प्राइवेट किताबों को खरीदने का दबाव अभिभावकों पर बनाते हैं। बच्चों को पढ़ाई के लिए मजबूरी में अभिभावक को इन्हीं प्राइवेट प्रकाशनों की किताबों को खरीदना पड़ता है। जिससे उनकी जेब का बोझ बढ़ जाता है। संगठन के सदस्यों ने छात्र हित में इन प्राइवेट प्रकाशनों की किताबों के स्थान पर स्कूलों व इंटरकॉलेज में एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ाया जाना अनिवार्य किए जाने की मांग की है। अन्यथा की स्थिति में छात्र संगठन ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

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