रिपोर्ट बबलू सेंगर

Orai / jalaun news today। जालौन जनपद में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व अधिवक्ताओं की आम सभा वरिष्ठतम अधिवक्ता एवं जिला एल्डर्स कमेटी के सदस्य श्यामलाल वर्मा एडवोकेट की अध्यक्षता में जिला अधिवक्ता भवन कलेक्ट्रेट उरई में आहूत हुई जिसमें सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि उप जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय में पदस्थ् भानुप्रकाश श्रीवास्तव के अभद्र आचरण एवं अधिकार स्वरूप अवैध धन की उगाही में उक्त अधिकारियों के संरक्षण में दिये जाने का विरोध करती है। साथ ही जब तक कदाचार व धन उगाही के आरोपी को हटाया नहीं जायेगा तब तक राजस्व न्यायालयों के कार्यों का अधिवक्ता बहिष्कार करेंगे।
राजस्व अधिवक्ताओं की बैठक में कहा कि आम सभा पूर्व में पारित प्रस्तावों का सर्वसम्मति से समर्थन करती है तथा संकल्प लेती है कि जब तक कदाचार एवं दुर्व्यवहार का दोषी उप जिलाधिकारी कार्यालय उरई में पदस्थ भानूप्रकाश श्रीवास्तव को हटाया नहीं जाता तब तक सभी राजस्व न्यायालयों का बहिष्कार करने को मजबूर रहेंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पता चला है कि कुछ राजनैतिक प्रभावशाली व्यक्ति राजस्व अधिवक्ताओं की भ्रष्टाचार एवं कदाचार कर्मचारियों के विरुद्ध आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं जिनका पर्दाफाश होने पर उनका हर स्तर पर विरोध किया जायेगा तथा संबंधित राजनीतिज्ञों के खिलाफ उनके शीर्ष स्तर को भी लिखा जायेगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रकरण के संबंध में उप जिला मजिस्ट्रेट एवं जिलाधिकारी जालौन, मंडलायुक्त झांसी मंडल झांसी के संज्ञान में आने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही या निर्णय न लिये जाने की यह सभा निंदा करती है तथा यह भी अनुभव करती है कि सक्षम न्यायिक अधिकारी जान बूझकर न्यायिक कार्य को सुगमता से संचालित होने में बाधा पैदा कर रहे है तथा यह भी निर्णय लेती है कि भानुप्रकाश श्रीवास्तव के अभद्र आचरण एवं अधिकार स्वरूप अवैध धन की उगाही में उक्त अधिकारियों के संरक्षण में दिये जाने का हर स्तर पर विरोध करती रहेगी। आम सभा की बैठक में अधिवक्ता केके शर्मा, अनुरोध मोहन शर्मा, अवधेश निरंजन, अनिल शर्मा, नृपति सिंह यादव, प्रकाशचंद्र गुप्ता, पवन कुमार मिश्रा, महाराम पाल, राजबहादुर सिंह, कुंवर दानवीर सिंह, अशोक कुमार, जेएस श्रीवास्त्व, विशांत श्रीवास्तव, देवा श्रीवास्तव, सीताशरण श्रीवास्तव, राजीव द्विवेदी, अजय कुमार पटसारिया, जयप्रकाश सिंह सेंगर, विवेकानंद, एस श्रीवास्तव, इंद्रजीत सिंह, शिवकांत पाठक, अभिलाख सिंह सेंगर, जगत नारायण द्विवेदी, नफीस आलम, ओम नारायण सिंह निरंजन, राजेंद्र कुमार श्रीवास्त्व, संतराम सिंह, बृजबल्लभ गुप्त, कालका प्रसाद, नाथूराम त्रिपाठी सहित अनेकों अधिवक्ता उपस्थित रहे।
