रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । गाजियाबाद में जिला जज के न्यायालय में जिला जज व अधिवक्ताओं में विवाद हो गया था। विवाद के बाद जज द्वारा पुलिस को बुला लिया गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज चार्ज कर दिया था जिसमें अधिवक्ताओं को चोटें आयी। घटना को तहसील व मुसिंफ मजिस्ट्रेट न्यायालय के अधिवक्ताओं ने विरोध करते मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन देकर मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवायी किये जाने की मांग की है।
पिछले माह जिला जज गाजियाबाद के न्यायालय में जमानत की बहस के दौरान जिला जज व अधिवक्ताओं के में नोकझोंक हो गयी थी। विवाद बढ़ता देख जिला जज अपने कक्ष में चले गये। इसके बाद अधिवक्ता कोर्ट रुम जमे रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाने का प्रयास किया जब नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। इस घटना में तमाम अधिवक्ताओं को चोटें आयी थी। घटना को लेकर बुन्देलखण्ड एडवोकेट बार एसोसिएशन मुंसिफ कोर्ट के अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार लिटोरिया के नेतृत्व में न्यायालय परिसर से बाहर निकल कर नारेबाजी की तथा काली पट्टी बांधकर घटना का विरोध करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही की मांग की है। इस मौके पर ओंमकार दीक्षित, अमित श्रीवास्तव, नौशाद खान, मनोज गुप्ता, मुलायम सिंह यादव, जंगबहादुर सेंगर, राघवेंद्र, पुष्पेंद्र यादव, बटुकनाथ शुक्ला आदि अधिवक्ता मौजूद रहे। तहसील परिसर के अधिवक्ताओं ने वरिष्ठ अधिवक्ता समिति नवीन बार एसोसिएशन कृष्ण चन्द्र त्रिपाठी व नवीन बार एसोसिएशन तहसील के अध्यक्ष उदयभान सिंह सेंगर, महामंत्री अनिल कुमार तिवारी, प्रमोद कुमार चतुर्वेदी, लोकेन्द्र सिंह सेंगर, बुद्ध सिंह, प्रदीप कुमार गोल्डी अवस्थी, राजेश गुप्ता, विद्या सागर पांडेय समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने सी ओ शैलेन्द्र कुमार वाजपेयी की उपस्थित में एसडीएम विनय मोर्य को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा।
