रिपोर्ट बबलू सेंगर
Jalaun news today । मनुष्य के दैहिक और भौतिक तापों को नष्ट करनें और जीवन में ज्ञानमंगल सुख प्रदान करने वाली श्रीमद्भागवत महापुराण कथा मोक्षदायिनी है। भागवत कथा दैविक पुण्य लाभ प्रदान करने के साथ-साथ मनुष्य को निष्काम भक्ति के भाव से जोड़ती है जिसके चलते मानवता का प्रतिपादन करते हुए मानव का जीवन धन्य हो जाता है। यह व्याख्यान श्रीवीर हनुमान बालाजी मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के पहले दिन पंडित संदीप नरायण मिश्रा ने कही।
उरई मार्ग पर पेट्रोल पंप स्थित श्रीवीर हनुमान बालाजी मंदिर में आयोजित 35 दिवसीय कार्यक्रम के आठवे दिन द्वितीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा महापुराण के पहले दिन कथा व्यास संदीप नरायण मिश्रा ने कथा का शुभारंभ करते हुए भगवान श्रीगणेश महिमा और कथा श्रवण से होने वाले लाभ के बारे में भक्तजनों को समझाया। आचार्य ने कहा कि प्रेम ही संसार का सार है और यह जगत इसी से प्रेम रूपी तार से बंधा हुआ है। भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से भक्ति व प्रेम का महत्व समझाया है। प्रेम से जीवन किस तरह आनंदित हो जाता है और भक्ति से कैसे मानव जीवन परमगति को प्राप्त कर लेता है और उसे जीवन मरण से मुक्ति मिल जाती है। इस मौके पर पारीक्षत मंदिर के पुजारी कमलेश महाराज, पुष्पा देवी, अंजनी श्रीवास्तव, देवेंद्र प्रजापति, आलोक शर्मा, निखिल अग्रवाल, जय पचौरी, आकाश, अमित, महेश, लवकुश, मनीषा, रानी, दिव्या, सुशीला, आराधना, कृष्णा समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।