रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन में रामनवमी के पर्व से पूर्व हिंदू संगठनों के नेताओं ने नगर को भगवा रंग के झंडों से सजाया इस दौरान मुस्लिम बाहुल्य इलाके में झंडा लगाने को लेकर वाद विवाद हुआ । पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुये समझाया और समझाने के बाद मामला शांत हो गया।
हमारे स्थानीय सहयोगी से मिली जानकारी के अनुसार रामनवमी के पर्व को लेकर शनिवार की रात हिंदू संगठनों के कार्यकर्तााओं ने नगर में भगवा रंग के झंडों से नगर को सजाया। बताया जा रहा है कि रात करीब 12 बजे झंडा लगाते हुए कार्यकर्ता मरकज जमा मस्जिद से होकर तकिया मैदान की ओर बढ़े तकिया मैदान के आसपास स्थित सार्वजनिक पोलों पर झंडा लगाने के बाद कार्यकर्ताओं ने मुख्य चौराहे पर स्थित पोल पर झंडा लगाने का प्रयास किया तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें इमामबाड़ा होने का हवाला देते हुए उस पोल पर झंडा न लगाने के लिए कहा। इसी बात को लेकर दोनों समुदाय के लोगों के बीच कहासुनी होने लगी। कहासुनी को बढ़ता हुआ देखकर वहां मौजूद लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी, जितेंद्र सिंह, कोतवाल अजीत सिंह, इंस्पेक्टर, सीओ शैलेंद्र बाजपेई मौके पर पहुंच गए। कुछ ही समय में एसडीएम विनय मौर्य भी पहुंच गए। जहां पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों को सुना। झंडे को लगाने और न लगाने को लेकर दोनों समुदाय के लोग अपना अपना पक्ष पुलिस के सामने रख रहे थे। आखिरकार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों को सुनकर समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। इसके बाद दोनों समुदाय के लोग वहां से चले गए और रात में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। रविवार को डीएम राजेश पांडेय, एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार व एएसपी प्रदीप कुमार वर्मा भी नगर में पहुंचे और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस मौके पर राजा सिंह सेंगर गधेला, अनिल शिवहरे, अनूप दीक्षित, ईलू मेंबर, अन्नू शर्मा, मौलाना साबिर, अधिवक्ता असलम सिद्दीकी, इकबाल मंसूरी, जाकिर आदि मौजूद रहे।