रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन नगर स्थित हनुमंत साधना धाम में चल रही साप्ताहिक रामकथा के छठवें दिन कथा वाचक रोहित कृष्णाचार्य ने श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों का मार्मिक वर्णन किया।
कथा वाचक रोहित कृष्णचार्य ने श्रोताओं को कथा का रसपान कराते हुए बताया कि जब अहंकार में डूबे रावण ने माता सीता का हरण किया, तब धर्म की स्थापना और अधर्म के विनाश हेतु श्रीराम ने वानर सेना सहित लंका पर चढ़ाई की। श्रीराम और रावण के बीच धर्म-अधर्म का युद्ध कई दिनों तक चला। अंततः ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर प्रभु श्रीराम ने रावण का वध किया और धरती को राक्षसी अत्याचार से मुक्त किया। अत्याचारी रावण का वध करने के बाद श्रीराम, लक्ष्मण, सीता व हनुमान सहित अयोध्या लौटे और अयोध्यावासियों के हर्षाेल्लास के बीच उनका राज्याभिषेक संपन्न हुआ। इस अवसर को ही रामराज्य की स्थापना के रूप में जाना जाता है, जहां धर्म, न्याय और करुणा का शासन था। कार्यक्रम में यज्ञाचार्य अनुज बाजपेई द्वारा विधिपूर्वक यज्ञ क्रियाएं संपन्न कराई गईं। इस अवसर पर रमेशचंद्र महाराज, सुशीला देवी, पारीक्षित माया देवी, शिवराम राठौर, सुनीता, राधिका, अर्पणा, दीक्षा, रागिनी, कृष्णा और निशा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
