नेपाल में जेन-जेड की आनलाइन मीटिंग शामिल हुए 78 सौ लोग ,चर्चा में सुशाली कार्की व बालेन में से एक को प्रधानमंत्री बनाने की हुई सहमति

राहुल उपाध्याय नबी अहमद

नेपाल में जेन जेड के हिंसक आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा। पुलिस हालत को काबू नही कर सकी। जगह जगह प्रदर्शन होने लगे। इसके बाद मंगलवार की रात से नेपाली सेना सड़कों पर आ गयी। अब नेपाल की बागडोर सेना के हाथ में है। बुधवार की शाम जेन-जेड के पदाधिकारियों और कार्याकर्ताओं की दो घंटे की आनलाईन बैठक में 78 सौ लोग शामिल हुए। बैठक में तय किया गया कि संसद भंग कर सुशील कार्की अथवा बालेन शाह को प्रधानमंत्री बनाया जाए।
बैठक में यह भी मांग उठी कि तत्कालीन प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और नरसंहार में शामिल सभी लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। 6 महीने के भीतर संघीय संसदीय चुनावों की घोषणा की जाए, जिसमें जेन-जेड पीढ़ी भी शामिल है। पहले चरण में पिछले 46 वर्षों से सार्वजनिक पद पर आसीन सभी लोगों की संपत्ति की जांच की जाएगी। भ्रष्टाचार के मामलों की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच एवं अभियोजन करना। दो महीने के भीतर एक नया संविधान जारी किया जाएगा, जिसमें हिंदू राष्ट्र हो, प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित कार्यकारी प्रमुख, प्रावधान है कि सांसद मंत्री नहीं बन सकते। प्रांतीय ढांचे को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा, केवल स्थानीय और संघीय ढांचे को छोड़ दिया जाएगा। प्रावधान किया जाएगा कि प्रधानमंत्री दो कार्यकाल से अधिक पद पर नहीं रह सकेंगे। प्राधिकरण, न्यायपालिका और अन्य संवैधानिक परिषदों में पार्टी-आधारित नियुक्तियों को तुरंत समाप्त किया जाए और योग्यता के आधार पर नियुक्तियां की जाएं। राष्ट्रीय असेंबली को गैर-पक्षपाती बनाया जाए। स्थानीय स्तर को गैर-पक्षपातपूर्ण, पत्रकारों, डॉक्टरों, शिक्षकों, छात्रों या कर्मचारियों के किसी भी पार्टी संगठन पर प्रतिबंध लगाना है।

Leave a Comment