पचनद बांध का सपना मूर्त रूप लेकर जिले की दहलीज तक पहुंचा, मुख्यमंत्री ने की घोषणा
ब्यूरो रिपोर्ट
Orai / Jalaun news today। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adityanath ) ने जालौन जिले को शीघ्र बहुप्रतीक्षित पचनद प्रोजेक्ट की सौगात देने का ऐलान कर दिया है। शहर के इंदिरा स्टेडियम में गुरुवार को आयोजित सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की दुंदभी अभी से बजाने का संकेत देते हुए कहा कि आज यहां उन्होंने 1900 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है जिसका श्रेय स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मेहनत को है जिन्होंने लगातार उनके सामने इसके लिए पैरवी की। आप लोगों को इसे ध्यान में रखना चाहिए और अगले चुनाव में इन जनप्रतिनिधियों का भरपूर समर्थन करना चाहिए।

प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के साथ झांसी में आयोजित कार्यक्रम से फारिग होने के बाद हैलीकॉप्टर से यहां आये योगी सपा पर जमकर बरसे। योगी की सभा 2 बजकर 15 मिनट पर प्रस्तावित थी जो लगभग डेढ़ घंटे विलंब से शुरू हो पाई। योगी ने सपा के शासनकाल में सभी वर्गों के साथ ज्यादतियां होने का आरोप लगाते हुए उस पर जमकर प्रहार किये। उन्होंने कहा कि वह सपा ही थी जिसने 2012 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के बाद सामाजिक न्याय के पुरोधाओं के स्मारक तुड़वाये। खास तौर से दलित महापुरुषों के स्मारकों को उसने निशाना बनाया और आज उसके नेता सामाजिक न्याय के पैरोकार बनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सपा पर सबसे गंभीर आरोप प्रदेश को जातीय संघर्ष की आग में झोंकने के लिए प्रयत्नशील होने का जड़ा। उन्होंने कहा कि लोगों को जातिवादी मानसिकता के लोगों के चक्कर में न पड़ने की सीख लेनी होगी।

दीपावली के आने वाले त्योहार का सामयिक संदर्भ लेते हुए योगी बोले कि सपा की सरकार में हिंदुओं के त्योहार, पर्वों का उत्साह मटियामेट करने के लिए सरकार के संरक्षण में दंगाई तैयार रहते थे। उन्होंने सोचा था कि वर्तमान सरकार में भी ऐसा करें लेकिन डबल इंजन सरकार ने बता दिया कि अब अपनी हिमाकत का नतीजा उन्हें किस तरह भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने सुनिश्चित किया है कि त्योहार, पर्वो को लोग पूरी श्रद्धा और उमंग के साथ मना सकें। रंग में भंग की सोचने वाले दंगाईयों की अब खैर नही है। उन्होंने यह भी कहा कि सपा को संतों की परंपरा में साम्प्रदायिकता दिखाई देती है। उन्होंने महिलाओं के जज्बातों को खासतौर से छेड़ा। कहा कि सपा के नेता लड़कियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ होने पर यह कहते हुए संकोच नही करते थे कि लड़के हैं, लड़कों से गलती हो जाती है। लेकिन आज बहन-बेटियों को गलत निगाह से देखने वालों के लिए सरकार जीरो टोलरेंस की नीति अपना रही है। अगर किसी ने बहन-बेटी के साथ शरारत की जुर्रत की तो उसे पता है कि अगले चौराहे पर यमराज के दूत उसका इंतजार कर रहे होगें।
पचनद बांध प्रोजेक्ट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा में पचनद क्षेत्र को पांच नदियों के संगम का अनोखा प्राकृतिक स्थल बताते हुए कहा कि आध्यात्मिक, पौराणिक स्थल होने के साथ-साथ इस क्षेत्र का ऐतिहासिक महत्व भी है। उन्होंने इस अवसर पर स्पष्ट कर दिया कि पचनद बांध प्रोजेक्ट को इटावा की बजाय जालौन में ही मूर्त किया जायेगा। मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर उपस्थित जनसमूह ने भारी हर्षनांद किया। अब यह तय हो गया है कि पचनद बांध के कार्य की जल्द ही शुरूआत हो जायेगी।
मीडिया दीर्घा में रही अफरा-तफरी
प्रशासन ने मुख्यमंत्री की सभा की कवरेज के लिए पूरी दरियादिली से पास बांटे थे। ऐरे-गैरे-नत्थूखैरे तक कृतार्थ किये गये लेकिन जब पत्रकार अंदर पहुंचे तो मीडिया दीर्घा के नाम पर धोखाधड़ी सामने थी। मीडिया की सभी कुर्सियों पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पहले से ही कब्जा जमा चुके थे। मीडिया कर्मियों को खड़े-खड़े कवरेज करना पड़ा और जमकर धक्का-मुक्की झेलनी पड़ी। अधिकारियों से कहा लेकिन किसी ने उनकी मदद नही की। कार्यक्रम प्रशासन का बताया गया था इसलिए भाजपा के संगठन ने भी व्यवस्था बनाने में कोई योगदान नही दिया। मंच से उद्घोषिका मीडिया गैलरी में खड़ी भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए चिल्लाती रहीं लेकिन उनकी अपील का भी न अधिकारियों पर असर हुआ न पुलिस पर।
बसपा और कांग्रेस पर रहम
उरई। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी द्वारा तय की जा रही रणनीति का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज आभास करा गये। उन्होंने जहां सपा की बखिया उधेड़ने में कोई कसर नही छोड़ी वहीं बसपा के खिलाफ एक शब्द नही कहा। इसके पहले लखनऊ में मुख्यमंत्री मायावती ने भी कांशीराम की निर्वाण तिथि पर आज आयोजित समारोह में प्रदेश सरकार की आलोचना करने की बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जो तारीफ की वह वैसे भी चर्चा का विषय रही। बसपा की लाइन को मजबूती देने के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दलित स्मारकों की सपा शासन में हुई तोड़फोड़ का मुददा भी आज की सभा में उठाया। जाहिर है कि दोनों पार्टियां दलितों को सपा कार्यकर्ताओं के व्यवहार के जख्म याद दिलाने के मामले में एक हो गयी हैं तांकि लोक सभा चुनाव की तरह सपा दलितों को फिर अपने पाले में खीचने में कामयाब न हो पाये। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का कोई वजूद नही है इसके बावजूद भाजपा की रवायत में सपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निर्मम हमले करना शामिल रहता था। पर शायद अब उसका नजरिया बदला है। उसे लगता है कि कांग्रेस का नाम लेते रहने से प्रदेश में उसका भाव बढ़ जाता है जबकि वह एक मरी हुई पार्टी में तब्दील हो चुकी है। इसलिए योगी आदित्यनाथ ने आज की सभा में कांग्रेस का नाम तक नही लिया और संभवतः आगे की अन्य सभाओं में भी कांग्रेस को चर्चा से बाहर करने के इसी पैटर्न पर भाजपा नेतृत्व काम करता रहेगा।
संजीव उपाध्याय का कद बढ़ाया
उरई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां के आज के कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री संजीव उपाध्याय का कद बढ़ा दिया। संजीव उपाध्याय को उनके मंच पर भी जगह मिली थी। अपने संबोधन में भी उन्होंने उपाध्याय का नाम लिया। मंच की सीढ़ियों से नीचे उतरते समय संजीव उपाध्याय जब उनसे चर्चा करने लगे तो मुख्यमंत्री ने उनको जो तवज्जो दी वह अलग दिख रही थी।
विधायकों को कर गये आश्वस्त
उरई। जिले में विकास परियोजनाओं की लगी झड़ी का श्रेय स्थानीय विधायकों को देकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके निहितार्थ स्पष्ट कर दिये। उन्होंने लोगों से विधायकों की मेहनत की तारीफ करने के साथ-साथ यह भी कहा कि वे इसको ध्यान रखें और अगले चुनाव में उन्हीं का समर्थन करें। लोग यह मान रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने प्रकारान्तर से यह संदेश देने की कोशिश की है कि सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा और माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन की उम्मीदवारी 2027 के चुनाव में यथावत रहेगी। दोनों विधायकों के खेमे में इसे लेकर खुशी की लहर देखी गयी।
स्वतंत्र देव को पचनद बांध घोषणा का श्रेय
उरई। पचनद बांध के बारे में मुख्यमंत्री द्वारा की गयी घोषणा अप्रत्याशित रही हालांकि लोग कई दशकों से इसके तलबगार रहे हैं। यह बड़ी परियोजना है जिसके लिए अपेक्षित बजट अनुमान सुनकर पहले की सरकारें खामोश हो जाती थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी अचकचाहट में देखा गया था। माना यह जा रहा है कि उन्हें इसके लिए सहमत करने और मंच से इसकी घोषणा कराने में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई है। स्वतंत्र देव सिंह के प्रतिनिधि अरविंद चौहान भी उनके संकेत पर जिले की विकास संबंधी अन्य जरूरतों को एकत्र करने के लिए पिछले कई दिनों से सक्रिय थे। उन्होंने भी आज मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन दिया जिसमें मुख्य रूप से जिले के मेडिकल कॉलेज में न्यूरो, हृदय रोग व कैंसर विभाग की स्थापना, युवाओं के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने, कालपी में पौराणिक स्थलों को कवर करते हुए वाटर स्पोर्टस की स्थापना, माधौगढ़ की बंद चीनी मिल को पुनः शुरू करने और राठ रोड रेलवे क्रासिंग पर फ्लाई ओवर को डबल डॉयवर्जन में परिवर्तित करने की मांगे की गयी हैं।

