Lucknow news today । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने रविवार को कहा कि महिलाओं की भागीदारी से ही संगठन सशक्त होगा और देश आत्मनिर्भर बनेगा। मातृशक्ति की राष्ट्र नवनिर्माण में भागीदारी से ही अन्त्योदय की अवधारणा मूर्त रूप लेगी। उन्होंने कहा कि महिलाएं घर की नींव भी हैं और राष्ट्र की धुरी भी हैं। संगठन मंत्री श्री सैनी प्रयागराज में काशी क्षेत्र की महिला मोर्चा पदाधिकारियों तथा महिला जनप्रतिनिधियों की बैठक में संवाद कर रहे थे।

प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से महिलाओं को समुचित नेतृत्व मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। संगठन में भी महिलाओं की भागीदारी और जिम्मेदारी बढे़, इसके लिए बड़ी संख्या में महिला नेतृत्व विकसित करना होगा। उन्होंने कहा कि संगठन में महिलाओं का नेतृत्व बढ़ने से देश की आधी आबादी तक मोदी सरकार एवं योगी सरकार की योजनाएं तथा संगठन की विचारधारा, कार्यक्रम व अभियान पहुंचाने का माध्यम महिलाएं स्वयं बनेगी।

श्री सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला, शौचालय, हर घर नल से जल, मुद्रा योजना, जनधन जैसी योजनाओं ने महिलाओं के जीवन को सुगम, सुरक्षित तथा आत्मनिर्भर बनाया है। महिलाओं के बीच महिलाओं की बात महिलाओं से करने की संवाद शैली संगठन को सशक्त करेगी और समाज व राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाएगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से आत्मनिर्भर भारत का संकल्प जन आन्दोलन बनेगा और भारत स्वदेशी के मंत्र से स्वाबलम्बी, स्वाभिमानी व आत्मनिर्भर होकर विश्व नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ेगा। मातृशक्ति को अपने सामर्थ्य से राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभानी होगी। धर्मपाल सिंह ने कहा कि संगठन स्तर पर महिलाओं की भूमिका को और व्यापक तथा प्रभावी बनाना आवश्यक है। प्रत्येक मंडल व शक्ति केंद्र तथा बूथ स्तर पर महिलाओं की जिम्मेदारी तय करते हुए नेतृत्व विकसित किया जाए, ताकि महिला से महिला तक संवाद की श्रृंखला स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन और सरकार तभी पूरी शक्ति के साथ कार्य कर पाएंगे जब महिला कार्यकर्ता हर गांव व हर परिवार तक महिलाओं के बीच पहुंचकर सरकार की योजनाओं और संगठन के अभियानों की जानकारी साझा करेंगी।

प्रदेश महामंत्री (संगठन) ने कहा कि आगामी समय में नारी वंदन अधिनियम के तहत बडी संख्या में जनप्रतिनिधि के रूप में महिलाएं नेतृत्व करेंगी। अतः संगठन को अभी से महिला नेतृत्व विकसित करने पर बल देना होगा। उन्होंने कहा कि बूथ, शक्ति केन्द्र, मंडल, जिला सहित सभी स्तरों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के साथ ही उन्हें नेतृत्व के लिए प्रेरित करना होगा। यही नीति संगठन को सशक्त, समाज को आत्मनिर्भर तथा देश को विकसित बनाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी शक्ति से राष्ट्र शक्ति का जो आह्वान किया है, उसे धरातल पर साकार करने की जिम्मेदारी महिला मोर्चा की है।

