रिपोर्ट राहुल उपाध्याय
नानपारा, बहराइच। गत दिनों एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार एवम प्रतिष्ठित व्यापारी के घर रात्रि में दबिश देने से आहत स्थानीय पत्रकार पुलिस प्रशासन के खिलाफ लाम बंद हो गए है। नगर के ब्यापारियों के दो संगठन होने का लाभ विपक्ष द्वारा उठाते हुए एक संगठन को अपनी पैरवी में लगा कर पत्रकारों की मांग को गलत साबित करने का प्रयास तथा तरह तरह के भ्रामक अफवाहों के माध्यम से स्थानीय प्रशासन को गुमराह करने के कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। वहीं पत्रकार संगठन द्वारा कुत्सित प्रयास की निंदा की जा रही है।
पत्रकार संगठन की मात्र इतनी लड़ाई है कि जब पुलिस प्रशासन ने दोनों पक्ष को सोमवार तक का समय दस्तावेज पेश करने के लिए दिया था तब किसके दबाव में रात्रि 12 बजे प्राथमिकी दर्ज कर भारी पुलिस बल के साथ एक प्रतिष्ठित पत्रकार व व्यापारी के घर दबिश दी गयी। यदि परिजनों के साथ कोई अप्रिय घटना घटित हो जाती तो इस कारवाई के लिए जिम्मेदार कौन होता। सर्राफा यूनियन के महत्वपूर्ण पदाधिकारी होने के साथ टीवीएस आदि के एजेंसी के व्यवसाय का संचालन करने वाले ब्यक्ति के विरुद्ध इस तरह की कार्यवाही की पत्रकारों ने जम कर निंदा की। स्थानीय पुलिस की रात्रि में दी गयी दबिश की कार्यवाही को लेकर पत्रकार संगठन के जिम्मेदारों ने एक स्वर में कहा सम्पति विवाद से हमारे संगठन का कोई लेना देना नही है। एक प्रतिष्ठित व्यापारी के विरुद्ध इस तरह की कार्यवाही की निंदा पत्रकारों द्वारा की गयी। श्रमजीवी पत्रकार यूनियन नानपारा के मंत्री विनोद द्विवेदी की अध्यक्षता में आज दिन भर बैठक चली। श्री द्विवेदी ने कहा यूनियन के जिला अध्यक्ष के आश्वाशन पर नानपारा के पत्रकारो ने अपने विरोध को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है।

