DM Jalaun ने करवाया औचक निरीक्षण , 37 कर्मचारी अनुपस्थित, एक दिन का वेतन रोका, स्पष्टीकरण मांगा

जिलाधिकारी सख्त, समय से न आने वाले अधिकारियों व कर्मचारी पर की कड़ी कार्यवाही

Jalaun news today । जालौन जनपद के जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के निर्देश पर आज सुबह प्रशासनिक अनुशासन और कार्यालयी व्यवस्था की वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) योगेन्द्र सिंह, अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) प्रेमचन्द मौर्य, उप जिलाधिकारी (न्यायिक) विश्वेश्वर सिंह और उप जिलाधिकारी (न्यायिक) हेमन्त पटेल ने विभिन्न विभागीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुल 37 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।
अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) प्रेमचन्द मौर्य ने बेतवा नहर प्रखंड प्रथम एवं द्वितीय का निरीक्षण किया, जहां अधिशासी अभियंता प्रथम धरम घोष, द्वितीय चन्द्रपाल सिंह सहित इक्कीस कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) योगेन्द्र सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त एवं लेखाधिकारी अजीत कुमार द्विवेदी, तथा कार्यालय के दो कर्मचारी दुर्गा दीक्षित और मनोज तिवारी अनुपस्थित मिले। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में अरविन्द कुमार, प्रदीप रावत और विक्रम झा अनुपस्थित पाए गए।


उप जिलाधिकारी न्यायिक विश्वेश्वर सिंह ने लोक निर्माण विभाग का निरीक्षण किया, जिसमें एक कर्मचारी अनुपस्थित पाया गया। वहीं उप जिलाधिकारी (न्यायिक) हेमन्त पटेल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया, जहां पांच कनिष्ठ सहायक, तीन वरिष्ठ सहायक और एक एमटीएस कर्मचारी सहित नौ कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने और स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि जो अधिकारी या कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं पहुंचते, उनके विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी को समयबद्धता, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अधिकारी प्रातः 10 बजे से १२ बजे तक अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित होकर जनसुनवाई करें, ताकि फरियादियों की समस्याओं का तत्परता से समाधान हो सके। प्रातः १० से १२ के बीच में कोई बैठक और स्थलीय निरीक्षण नहीं किया जाए ।उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाही और अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आज जाँच में अनुपस्थित अधिकारियों की लापरवाही को गंभीरता से लेकर उनके विरुद्ध शासन को कार्यवाही हेतु प्रस्ताव भी भेज अजा रहा है । अकस्मात निरीक्षण का क्रम लगातार जारी रहेगा । डीएम ने सख्त चेतावनी देकर अपना रूख स्पष्ट किया है कि सुधार ना होने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी ।