रिपोर्ट बबलू सेंगर
Jalaun news today ।जालौन नगर के जोशियाना स्थित लल्ला तिवारी के आवास पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में तीसरे दिन भागवताचार्य सुखनंदन मयूर ने ध्रुव चरित, जड़ भरत चरित और नरसिंह अवतार के प्रसंगों का वर्णन करते हुए श्रोताओं को भक्तिरस में सराबोर कर दिया।
भागवताचार्य सुखनंदन मयूर ने ध्रुव चरित के माध्यम से बताया कि दृढ़ संकल्प और सच्ची श्रद्धा से असंभव भी संभव हो सकता है। बालक ध्रुव ने प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद तपस्या का मार्ग चुना और अंततः भगवान विष्णु के साक्षात् दर्शन लाभ प्राप्त किए। जड़ भरत चरित का उल्लेख करते हुए बताया कि जीवन में आत्मज्ञान और वैराग्य का कितना महत्व है। जड़ भरत के जीवन से यह सीख मिलती है कि साधक को मन, वाणी और कर्म में पूर्ण संयम बनाए रखना चाहिए। नरसिंह अवतार की कथा का वर्णन कर बताया कि भगवान विष्णु ने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए नरसिंह रूप धारण कर अत्याचारी हिरण्यकश्यप का संहार किया। यह प्रसंग अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। जब भक्त की पुकार सच्ची होती है, तब भगवान स्वयं उसकी रक्षा के लिए अवतरित हो जाते हैं।

इस मौके पर कुसुमलता उदयनारायण तिवारी, कैलाश नारायण, डॉ तेज नारायण, सत्यनारायण, जगत नारायण, प्रतापनारायण, चंचल, आलोक, हरिओम, रविंद्र, रामशरण, रामनरेश, अखिलेश, राजेश आदि मौजूद रहे।







