जालौन में चल रही शिवमहापुराण कथा में श्रोताओं ने सुनी ये कथा,,

रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । आपके द्वारा जीवन मे किए गए पुण्यकार्य आपके साथ रहेंगे। जन्म तो कई मिलते हैं और हरेक जन्म में आपको माता-पिता, जीवनसाथी, संतान, भोजन आदि सबकुछ मिलेगा लेकिन ईश्वर की भक्ति उस जन्म में भी मिले यह आवश्यक नहीं। इसलिए मानव जीवन में ही हमें भक्ति के माध्यम से मुक्ति को प्राप्त करना है। यह बात लक्ष्मी नारायण मंदिर में आयोजित शिव महापुराण कथा के समापन पर कथा व्यास साध्वी समाहिता दीदी ने कही।
पुरानी गल्ला मंडी में आयोजित श्री शिवपुराण महाकथा के समापन पर साध्वी समाहिता दीदी ने बताया कि शिवजी कहते है कि अपना कर्म सबसे पहले रखिए, अपने मेहनत को यदि सफलता नहीं मिल रही है तो मेहनत बढ़ाओ, तभी आगे बढ़ पाओगे। शिव महापुराण की कथा ये नहीं कहती कि अपना काम धाम छोड़ दो। मंदिर जाएं पूजा अर्चना करें धर्म के हित में अपना समय दें। लेकिन अपना काम धंधा भी जारी रखें। भक्ति और कर्म से मिलकर आपको सफलता अवश्य ही प्राप्त होगी। यदि कभी किसी ने आपको कुछ गलत कह दिया तो आप वही सोचकर अपना समय खराब न करें। दुनियां में लोग कई चीजें दान करते है। कोई कपड़ा कोई, खाना, अगर आप कुछ दान नहीं कर पा रहे है या किसी को कुछ दे नहीं पा रहे है तो शिव कथा कहती है कि एक मुस्कान तो आप अपने चेहरे पर ला ही सकते है। सामने वाले व्यक्ति को एक मुस्कान भेंट कर सकते हैं। कथा समापन के मौके पर महाआरती व प्रसाद वितरण किया गया।