
Jalaun news today । जालौन नगर में संचालित विद्यालयों में सरकार के मानकों के अनुरूप व्यवस्थाएं न होने एवं प्रशिक्षित शिक्षकों के न होने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने मंगलवार को तहसील गेट के बाहर सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। सूचना पर कोतवाली पुलिस के साथ ही एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने पदाधिकारियों को समझा बुझाकर उन्हें हटाया। पदाधिकारियों ने 11 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपकर एक सप्ताह में नगर के विद्यालयों में व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने की मांग की अन्यथा की स्थिति में उग्र आंदोलन की भी चेतावनी भी दी है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत सह संयोजक सोशल मीडिया सत्यम याज्ञिक के नेतृत्व में मंगल की सुबह करीब 11 बजे पदाधिकारी व कार्यकर्ता तहसील गेट पर पहुंच गए। जहां उन्होंने नगर के विद्यालयों में व्यवस्थाएं दुरूस्त न होने का आरोप लगाते हुए सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर में संचालित अधिकांश विद्य़ालयों में व्यवस्थाएं ठीक नही है और छात्र छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं का अभाव है। शिक्षा माफिया छात्र छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ कर शिक्षा के मंदिरों को व्यापार का साधन बनाकर चला रहे हैं। इस दौरान वहां जाम की स्थिति बन गई। इसकी जानकारी मिलते ही एसडीएम हेमंत पटेल, कोतवाल वीरेंद्र पटेल, चौकी प्रभारी कुलवंत सिंह आदि पहुंच गए। जहां उन्होंने पदाधिकारियों को समझा बुझाकर उठाया। इसके बाद पदासधिकारियों ने एसडीएम को 11 सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर बताया कि नगर में संचालित विभिन्न विद्य़ालयों में योग्य शिक्षकों का अभाव है। आरोप लगाया कि सरकार को जाने वाली रिपोर्ट में अध्यापक कोई और है और पढ़ाने वाला और कोई है। सीबीएसई की मान्यता न होने के बाद भी कई विद्यालय सीबीएसई पैटर्न से पढ़ाई करा रहे हैं। विद्यालयों में सभी विषयों के शिक्षक तक नहीं है। कई विद्यालयों तक जूनियर हाईस्कूल की तक की मान्यता होने के बाद भी इंटर तक की कक्षाएं संचालित कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विद्यालयों में छात्रों के लिए खेल के मैदान, पुस्तकालय, प्रयोगशाला का अभाव है। फीस के रूप में मोटी रकम लेने के बाद भी वाहन व्यवस्था अच्छी नहीं है और बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके अलावा छात्र, छात्राओं के लिए शहीद चंद्रशेखर पार्क में बना पुस्तकालय वर्षों से बंद पड़ा है। जिससे निर्धन छात्र छात्राओं को दिक्कत हो रही है। नगर में बगैर पंजीकरण के पुस्तकालय व कोंचिग सेंटर चल रहे हैं जो सरकार द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं।
पदाधिकारियों ने नगर के स्कूल, कॉलेज व महाविद्यालयों की व्यवस्थाओं को एक सप्ताह में सुधारने की मांग करते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह में सुधार न हुआ तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा।
इस मौके पर तहसील संयोजक आदित्य, जिला सोशल मीडिया संयोजक निखिल बाथम, मोहन मिश्रा, आयुष गुर्जर, सुमित पांचाल, चंदन गोस्वामी, सूर्यांश गुर्जर, अंशू साहू आदि मौजूद रहे।
