जालौन में बाल श्रम उन्मूलन को लेकर जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन,,

Jalsun news today । जालौन नगर में बुधवार को श्रम विभाग की ओर से नगर के ज्वालागंज में बाल श्रम उन्मूलन को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में दुकानदारों को बाल श्रम के दुष्परिणामों और इससे जुड़े कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें यह शपथ दिलाई गई कि वे किसी भी बालक या बालिका से श्रम कार्य नहीं कराएंगे, बल्कि उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने में सहयोग करेंगे।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी जगदीश वर्मा ने कहा कि वर्ष 2027 तक प्रदेश को बालश्रम से मुक्त किया जाना है। इसी को लेकर जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। बाल श्रम समाज की गंभीर समस्या है, जो न केवल बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाती है, बल्कि सामाजिक विकास में भी बाधक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दुकानदार, व्यापारी और नागरिक का यह नैतिक कर्तव्य है कि वह बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करें और किसी भी परिस्थिति में उनसे काम न कराएं। उन्होंने यह भी बताया कि शासन द्वारा बाल श्रमिक पाए जाने पर उन्हें विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाता है ताकि वे शिक्षा और सुरक्षा दोनों का लाभ उठा सकें। इस दौरान एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) प्रभारी राजकुमार ने कहा कि बाल श्रम मानव तस्करी की जड़ों से जुड़ा हुआ अपराध है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग, श्रम विभाग और बाल कल्याण समिति मिलकर बाल श्रम रोकने के लिए लगातार कारर्वाई कर रहे हैं। किसी भी व्यक्ति को अगर किसी दुकान, होटल, ढाबा या फैक्ट्री में बालक काम करता दिखे तो तुरंत इसकी सूचना श्रम विभाग या पुलिस को देनी चाहिए ताकि बच्चे को बचाकर उसे शिक्षा से जोड़ा जा सके। शिविर में दुकानदारों को पंपलेट बांटे गए और उन्हें यह भी बताया गया कि बाल श्रमिक पाए जाने पर नियोक्ता के खिलाफ सख्त कानूनी कारर्वाई की जाएगी। कायर्क्रम के अंत में सभी उपस्थितों ने बाल श्रम रोकने की शपथ ली। इस मौके पर सहायक लेखाकार रोहित दीक्षित, सहायक इंद्रपाल सिंह, व्यापारी अनुराग बहरे, राजेश गुप्ता, करण कुमार, अजय कुमार, जीवेंद्र गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, अंकित गुप्ता, कौशल किशोर गुप्ता, दीपू पुरवार, गोपालजी गुप्ता, निशांत धूसर, सुनील गुप्ता, मनीष धूसर, विजय विश्नोई, कल्लू राठौर, अनिल गुप्ता आदि मौजूद रहे।