देश की राजनीति की बड़ी दुःखद खबर : नहीं रहे धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव,, आज सुबह हुआ निधन,, दौड़ी शोक की लहर

देश की राजनीति के लिए आज एक बहुत ही दुखद खबर है दरअसल आज सुबह सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का उपचार के दौरान गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया । उनके निधन की सूचना उनके बेटे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके दी । जैसे ही धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव के निधन की लोगों को जानकारी हुई तो शोक की लहर दौड़ गई हर कोई नेताजी के निधन की सूचना से स्तब्ध है।

1 अक्टूबर से मेदांता में भर्ती थे नेताजी

नेताजी मुलायम सिंह की तबीयत 1 अक्टूबर को अचानक बहुत ज्यादा खराब हो गई थी और उनको गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती सपा संरक्षक मुलाकात सिंह यादव की तबीयत में सुधार लाने के लिए डॉक्टरों ने हर सम्भव प्रयास किया मगर तमाम कोशिशों के बाद उनकी तबीयत में पूरी तरह से सुधार नहीं हुआ और उन्हें बेंटिलेटर पर रखना पड़ा। डॉक्टरों के बयान के मुताबिक आज सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर नेता जी ने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना उनके बेटे व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके दी। उनके निधि की सूचना पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई।

कल सैफई में होगा अंतिम संस्कार

धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव का पार्थिव देह आज दिल्ली से लखनऊ लाया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यहाँ पर उनका पार्थिव शरीर पार्टी कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा खबर यह भी है कि कुछ देर के लिए विधानसभा में भी पार्थिव शरीर रखा जाएगा। इसके बाद उन्हें सैफई ले जाया जाएगा जहाँ पर कल दोपहर बजे उनका अंतिम संस्कार होगा।

यूपी में 3 दिन का राजकीय शोक घोषित

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव जी के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा करती है। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।

राजनीतिक सफर

धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जनपद के सैफई गांव में हुआ था। बताया जाता है कि उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में साइकिल से अपना प्रचार करना शुरू किया था और बाद में एक कार ली थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनके पास उस समय कार में तेल भरवाने के लिए जब पैसे कम पड़ जाते थे तो वह अपने समर्थकों से पैसे लेकर तेल डलवाते थे। वह 1967 में पहली बार विधायक बने। और उनके एक बार विधायक बनने का जो सफर शुरू हुआ वो कभी नहीं रुका। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वह 8 बार विधायक व 7 बार सांसद बने । 4 अक्टूबर 1992 को उन्होंने समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी इसके अलावा वह वर्ष 1996 में देश के रक्षा मंत्री भी बने थे।

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