Jalaun news today ।जालौन नगर से होकर निकलने वाली प्राईवेट बसों के सहारे यातायात व्यवस्था संचालित होती है। लोकसभा चुनाव में प्राइवेट बसों व अधिकांश चार पहिया वाहनों को प्रशासन द्वारा चुनाव के लिए अधिग्रहीत कर लिए जाने के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। रविवार को लोग यात्रा के लिए इधर-उधर भटकते रहे। सबसे अधिक दिक्कत बीमार लोगों को ले जाने में हुई। हालांकि सवारियां ले जाने के लिए ऑटो सहारा बने रहे।
नगर में यातायात का प्रमुख साधन प्राइवेट बसें ही हैं। प्राईवेट बसों के सहारे ही नगर व क्षेत्र की यातायात व्यवस्था चल रही है। क्योंकि रोडवेज बसें वैसे भी नगर में रूकती नहीं हैं। नगर से होकर औरैया, कोंच, मिहौना, लहार, भिंड, उरई, रामपुरा, जगम्मनपुर आदि मार्गों केवल प्राईवेट बसों से ही यातायात का सहारा है। परिवहन निगम की बसों की संख्या नगण्य होने से पूरी यातायात व्यवस्था इन्हीं प्राईवेट बसों के सहारे चल रही है। 20 मई को होने वाले चौथे चरण के मतदान के लिए प्रशासन द्वारा अधिकांश प्राइवेट बसों के अलावा प्राइवेट चार पहिया वाहनों को भी अधिग्रहीत किया गया है। प्राइवेट बसों व चार पहिया वाहनों के चुनाव में लग जाने के कारण यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्रियों को ऑटो आदि में अधिक किराया देना पड़ा।
वहीं, सवारियों की संख्या अधिक होने व वाहन कम होने के कारण इन वाहनों में भी क्षमता से अधिक लोगों ने बैठकर यात्रा की। चिलचिलाती धूप में वाहन न होने के कारण लोगों को खासी परेशानी हुई। सबसे अधिक परेशानी उन्हें हुई जिनके घर में कोई बीमार हो गया और उसे दिखाने के लिए उन्हें कहीं बाहर ले जाना था। लेकिन वाहन न होने से उन्हें अपने बीमार परिजनों को ले जाने में कठिनाई उठानी पड़ी।