Lucknow news । कांग्रेस पार्टी के महासचिव व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ( dipendra hudda ) ने आज राजधानी लखनऊ में स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की । प्रेस को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा की केंद्र की सरकार मोदी सरकार का 9 साल पूरे हो गए इन 9 सालों में देश की जनता भाजपा से बहुत निराश हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार से 9 साल में 9 प्रश्न पूछ रही है । सरकार को इन प्रश्नों का जवाब देना चाहिए । उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि ऐसा क्यों है कि देश में महंगाई और बेरोजगारी आसमान छू रही है जो अमीर हैं वह और अमीर हुए हैं। मंहगाई के मामले में विश्व इतिहास में आज रिकॉर्ड स्तर पर भारत पहुंच गया है । उन्होंने कहा कि क्यों सार्वजनिक संपत्तियों को मोदी जी के मित्रों को क्यों बेचा जा रहा है । और आर्थिक विषमता क्यों है। उन्होंने कहा कि जब पेट्रोल 70 में और सिलेंडर ₹400 में था तब इनका नारा था की बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार बीजेपी सरकार । मीडिया को संबोधित करते हुए श्री हुड्डा ने कहा कि बेरोजगारी से नौजवान कराह रहा है।
दूसरे प्रश्न उन्होंने भाजपा सरकार से पूँछा की ऐसा क्यों है कि पिछले 9 सालों में भी किसान की आमदनी दुगनी नहीं हुई। डीजल लगभग दुगना फर्टिलाइजर की कीमत यही लगभग दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा कि काले कृषि कानूनों को रद्द करते समय जो किसानों से समझौता हुआ था वह अभी तक लागू क्यों नहीं किये गए। एमएसपी की गारंटी क्यों नहीं इसके अलावा कई और प्रश्न है। उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या को रोकने में आपकी सरकार पूरी तरह फैल हो गयी है।
उन्होंने सरकार से प्रश्न करते हुए पूँछा की अडानी समूह में जो हजार करोड़ रुपये हैं वो किसके हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जब प्रश्न किया तो उनकी सदस्यता भी ले ली गयी।
श्री हुड्डा ने सरकार से प्रश्न करते हुए कहा कि ऐसा क्यों है कि चीन की सीमाओं पर चीन को लाल आंख दिखाने वाले मोदी जी भी चुप क्यों है पीएम ने 2020 में क्लीनचिट किस आधार पर दी।
समाजिक सद्भाव का प्रश्न जानबूझकर बंटवारे के लिए राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए भाई भाई को क्यों लड़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहाँ ताज्जुब है कहीं देश मे तनाव हो तो कहीं भी प्रधानमंत्री जी ने कहीं शांति की अपील नहीं कि।
जातीय जनगणना को क्यो नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन बेटियों ने देश का मान बढ़ाया आज वही बेटियां न्याय की आस में हर जगह गई। इस पर भी प्रधानमंत्री जी ने कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि यह वही प्रधानमंत्री हैं जो जब बेटियों ने मैडल जीता था तो सबसे पहले प्रधानमंत्री ने उनकी तारीफ की थी। आज इन बेटियों के मामले में वह चुप क्यों है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों के खिलाफ पूरे देश मे दुश्मनी से निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में चुनी हुई सरकारों को धनबल के आधार पर हथियाना। यह कहाँ का धर्म है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं पिछले20 वर्षों से संसद का सदस्य हैं उन्होंने कई तरह के अनुभव किये मगर यह पहली बार ऐसा हुआ है जब सत्ता दल के सांसदो ने ही संसद नहीं चलने दी।
उन्होंने कहा कि जनकल्याण योजनाओं के बजट में कटौती करके मनरेगा जैसी योजनाओं को कुचला जा रहा है इस योजना से कई गरीब लोगों के परिवार चलते थे। बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ सिर्फ विज्ञापन में ही है। उन्होंने कहा कि जब सत्ता के किसी सांसद पर गम्भीर आरोप लगते हैं तब सारी सरकार उन्हें बचाने में जुट जाती हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों है कि कोरोना में मृत हुए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए क्यों इनकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले मोदी सरकार ने पहले कोरोना की चेतावनी को हल्के में लिया फिर चार घण्टे में लॉक डाउन लगा दिया गया।