डोगरा रेजीमेंट के जवानो ने गॉर्ड ऑफ ऑनर के साथ दी अंतिम विदाई
रिपोर्ट राहुल उपाध्याय
बहराइच। एनडीए कैडेट अंतरिक्ष सिंह का पार्थिव शरीर रविवार की सुबह 9:30 बजे एंबुलेंस से गांव पहुंचा तो हर तरफ चीख पुकार मच गई। अंतरिक्ष को अंतिम बार देखने के लिए आसपास के गांव के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर तरफ अंतरिक्ष के बारे में ही लोग चर्चा कर रहे थे। अंतरिक्ष का पार्थिव शरीर लोगों के दर्शन के लिए गांव में रखा गया था। इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
पुणे एनडीए प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार सुबह शासन ने देखा कि अंतरिक्ष के सिंह के हॉस्टल का कमरा अंदर से बंद है काफी देर तक कोई प्रक्रिया साथी छात्रों को नहीं मिली जिसके बाद साथी छात्रों ने अधिकारियों को सूचना दी वरिष्ठ आचार्य ने मौके पर पहुंचकर कमरे का दरवाजा खुलवाया तो अंतरिक्ष मृत अवस्था में मिला। इसके बाद सूचना उसके परिजनों को दी गई। परिजनों के पहुंचने के बाद अंतरिक्ष सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और फिर शनिवार की देर रात विमान से लखनऊ एयरपोर्ट लाया गया। जहां से एंबुलेंस के माध्यम से गोरखा रेजीमेंट के अधिकारी और जवानों की निगरानी में उसके पार्थिव शरीर को गांव लाया गया। जैसे ही उसका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा हर तरफ चीख पुकार सुनाई देने लगी। लोगों की आंखें नम थी। हर कोई अंतरिक्ष के होनहार होने की चर्चाएं कर रहा था। काफी देर तक पार्थिव शरीर लोगों के दर्शन के लिए उनके घर के सामने रखा गया। पिता रवि प्रताप सिंह असम राइफल्स में अधिकारी पद पर रह चुके हैं। माता और पिता ने अपने बेटे अंतरिक्ष के पार्थिव शरीर को देखने के बाद ऐसा लग रहा था कि उनकी आंखें पथरा गई हैं। अंत में गोरखा रेजीमेंट के सैनिकों की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया और पार्थिव शरीर का अंतिम विदाई दी गई। फिलहाल पुणे के अधिकारी ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
जिले के रुपईडीहा थाना क्षेत्र के नरैनापुर गांव में दो दिन पहले तक हर तरफ खुशहाली थी। लेकिन अंतरिक्ष की मौत के बाद नरैनापुर गांव समेत आसपास के गांवों में भी मातम का माहौल है। कहावत है होनहार बिरवान के होत चीकने पात। रिश्ते में अंतरिक्ष के चाचा ब्लॉक होमगार्ड ऑर्गेनाइजर राजकुमार सिंह बताते हैं कि वह बहुत ही होनहार था और बचपन से ही आसमान में उड़ान भरने की उसकी इच्छा थी। लेकिन प्रकृति को कुछ और ही गंवारा था। अब वह आसमान का सितारा बन चुका है। उन्होंने बताया कि पहली ही परीक्षा में अंतरिक्ष में ऑल इंडिया 154वीं रैंक हासिल की थी।

