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पाकिस्तान में उठने लगी इस माह में चुनाव कराने की मांग,,,

Demand for holding elections in this month started rising in Pakistan.

पाकिस्तान में चुनाव मांग जनवरी माह में कराने की मांग उठने लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान निर्वाचन आयोग द्वारा देश में जनवरी के अंतिम सप्ताह में आम चुनाव कराने की घोषणा के एक दिन बाद राजनीतिक दलों ने चुनाव की निश्चित तारीख घोषित किये जाने की मांग की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने बृहस्पतिवार को चुनावों के लिए एक विशिष्ट तारीख के बगैर चुनाव के लिए एक अस्पष्ट समय सीमा जारी की और कहा कि 2024 की जनवरी के अंतिम सप्ताह में चुनाव कराया जायेगा, जिस पर राजनीतिक दलों की ओर से यह मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है। प्रभासाक्षी की रिपोर्ट के अनुसार ‘हम’ न्यूज टीवी ने ईसीपी घोषणा पर विभिन्न दलों की प्रतिक्रिया पर प्रकाश डाला। रिपोर्ट के अनुसार मुख्य विपक्षी दल, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने अफसोस जताया कि ईसीपी एक निश्चित तारीख की घोषणा करने में विफल रही और स्पष्टता की मांग की।
प्रभासाक्षी के अनुसार पीपीपी नेता शाज़िया मैरी ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग ने अभी तक कोई निश्चित तारीख नहीं दी है।’’ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता अहसान इकबाल ने कहा कि उनकी पार्टी ईसीपी के फैसले का स्वागत करती है क्योंकि इससे परिसीमन को लेकर अनिश्चितता खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि हर कोई पहले दिन से जानता था कि चुनाव आयोग जनगणना के बाद परिसीमन करने के लिए बाध्य है। इकबाल ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद अनिश्चितता खत्म होनी चाहिए और सभी राजनीतिक दलों को अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। प्रभासाक्षी के अनुसार जियो न्यूज ने पूर्व योजना मंत्री के हवाले से कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हों और एक स्थिर सरकार बने जो देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाले।’’ उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी सत्ता में आती है उसे सभी दलों को एक साथ लेना चाहिए और आम सहमति से आर्थिक एजेंडे पर काम करना चाहिए। चुनाव की तारीख की अनिश्चितता पर टिप्पणी करते हुए, पीपीपी नेता क़मर ज़मान कैरा ने जोर देकर कहा कि एक समान अवसर और एक स्पष्ट और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया आवश्यक है। ईसीपी ने बृहस्पतिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा था कि उसने निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन की प्रगति का आकलन किया है और 27 सितंबर को निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के लिए प्रारंभिक सूची जारी करने का निर्णय किया है। इस प्रक्रिया के संबंध में आपत्तियों और सुझावों पर विचार करने की अवधि के बाद, अंतिम सूची का प्रकाशन 30 नवंबर को किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आयोग ने कहा था कि 30 नवंबर के बाद वह 54 दिवसीय चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगा और ‘‘जनवरी 2024 के अंतिम सप्ताह में (आम) चुनाव होंगे।’’ हालांकि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने चुनाव की तारीख की घोषणा करने के ईसीपी के अधिकार पर सवाल उठाया है। मीडिया में आयी एक खबर में पीटीआई नेता अली जफर के हवाले से कहा गया, ‘‘चुनाव आयोग की चुनाव तिथि संवैधानिक तारीख से परे है। संविधान कहता है कि विधानसभाओं के भंग होने के 90 दिनों के भीतर चुनाव कराए जाने चाहिए। चुनाव की तारीख की घोषणा करना राष्ट्रपति का विशेषाधिकार है।’’
प्रभासाक्षी की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार के सूचना मंत्री मुर्तजा सोलांगी ने ईसीपी के फैसले का बचाव किया और कहा कि चुनाव संविधान के अनुसार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईसीपी 30 नवंबर तक सभी कार्यवाही पूरी कर लेगा और निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के संबंध में आपत्तियों और सुझावों को सुनने के बाद निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची प्रकाशित करेगा। ( साभार प्रभासाक्षी)

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