रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन नगर के वीर बालाजी हनुमान मंदिर में आयोजित नवकुंडीय श्रीसीताराम महायज्ञ, श्रीराम लीला महोत्सव व श्रीमद् भागवत कथा एवं द्वारिकाधीश मंदिर प्रांगण में आयोजित भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचकों ने श्रीकृष्ण बाललीला, कालियामसन मर्दन व गोवर्धन पूजा का सुंदर वर्णन किया गया। उधर, श्रीराम लीला महोत्सव में धनुष यज्ञ की लीला देखकर भक्त विभोर हुए।

उरई मार्ग स्थित वीर बालाजी हनुमान मंदिर में कथा वाचक हरप्रसाद अडजारिया व द्वारिकाधीश मंदिर प्रांगण में चल रही भागवत कथा में कथा वाचक अनुराग चंसौलिया ने छठे दिन की कथा का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान की लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक हैं। भगवान कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं की। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। कहा कि भगवान कृष्ण अपनी सखाओं और गोप-ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए थे। वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच गाने के साथ उत्सव मना रही थीं। कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज के ही दिन देवों के स्वामी इंद्र का पूजन होता है। इसे इंद्रोज यज्ञ कहते हैं। इससे प्रसन्न होकर इंद्र व्रज में वर्षा करते हैं, जिससे प्रचुर अन्न पैदा होता है। तब उन्होंने गोवर्धन का महत्व समझाया। इसके अलावा कालिया मान मर्दन की कथा का भी वर्णन किया गया।

इससे पूर्व यज्ञाचार्य पं. रामबाबू त्रिपाठी ने नौ कुंडीय श्रीसीताराम महायज्ञ में सुबह आठ बजे से 12 बजे तक आहूतियां कराई। इस दौरान भक्त यज्ञशाला की परिक्रमा करते रहे। रात में आयोजित श्रीराम लीला महोत्सव के दौरान धनुष यज्ञ की लीला का मनोहारी मंचन किया गया। कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की गयी लीला देखकर दर्शक मुग्ध हो गए।

