
Jalaun news today । जालौन क्षेत्र में खेतों में जानवर चराने जा रहा अधेड़ पशुपालक रपटा के ऊपर से बह रहे पानी में बहकर डूब गया। साथ में मौजूद बेटे ने ग्रामीणों को सूचना दी। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड व पुलिस पहुंची। लेकिन पशुपालक का पता नहीं चल सका। जिसके बाद कुठौंद से गोताखारों को बुलाया जा रहा है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सोनई परवई निवासी रूप सिंह (45) पुत्र मुलू पशुओं को चराने का काम करता है। गांव के बाहर मलंगा पर बने रपटा पुल से आगे खेतों में जानवरों को ले जाकर उन्हें वहीं चराता है। बीते तीन दिनों की बारिश के बाद इस समय रपटा के ऊपर से करीब तीन से चार फीट ऊपर तक पानी चल रहा है। प्रतिदिन की भांति शुक्रवार की दोपहर करीब एक बजे वह पशुओं को लेकर उन्हें चराने के लिए गया था। उसके साथ बेटा आकाश भी था। रपटा पर पहुंचने पर वह पशुओं को लेकर रपटा पार करने लगा। तभी अचानक से पानी के तेज बहाव के साथ उसका पैर फिसल गया और वह पानी के साथ मलंगा में बह गया। पीछे जब बेटे ने उसे बहता हुआ देखा तो आसपास खेतों में काम कर रहे लोगों को चिल्लाकर उन्हें बचाने के लिए कहा। लेकिन तेज बहाव के चलते उसका कहीं पता नहीं चला। जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना डायल 112 को दी। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर क्राइम जगदंबा प्रसाद दुबे, एसआई निसार अहमद व छिरिया मलकपुरा चौकी पुलिस के साथ फायर बिग्रेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम ने रूप सिंह को खोजने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिला। जिसके बाद कुठौंद के गोताखारों को मदद के लिए सूचना भेजी गई है। इंस्पेक्टर क्राइम जगदंबा प्रसाद दुबे ने बताया कि रपटा पार कर रहा रूप सिंह पानी के बहाव के साथ बह गया। खोजबीन के बाद भी उसका कहीं पता नहीं चला। कुठौंद से गोताखोरों को मदद के लिए सूचना भेजी गई है। गोताखोरों के आने के बाद उसकी तलाश कराई जाएगी।
सलामती की दुआ कर रहे परिजन
जालौन। रूप सिंह के मलंगा में बह जाने की सूचना जब पत्नी वीरकुंवर और बड़े बेटे सोनू व बेटी शिल्पी को मिली तो वह परेशान हो गए। ईश्वर को याद कर पति और पिता के जिंदा होने की प्रार्थना कर रही है। वहीं, चार घंटे बाद भी रूप सिंह का पता न चलने से गांव के लोगों को आशंकित हैं। उन्हें लगता है कि अधेड़ की मलंगा के तेज बहाव में रूपसिंह की डूबकर मौत हो गई है। तेज बहाव के कारण शव बह गया है या किसी झाड़ी में फस गया है जो दिख नहीं रहा है।

