(ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा )
लोक मान्यता के अनुसार, राम अवतार के समय श्रीराम और हनुमान जी का मिलन ज्येष्ठ मास में हुआ था। तभी तो इस मास में आने वाले मंगलवार को बहुत महत्व दिया जाता है। ज्येष्ठ महीने के मंगलवार की महिमा अपंरपार है, फिर चाहे वो चार बार आए या पांच बार। भारत के बहुत सारे इलाकों में इसे बड़ा मंगलवार भी कहा जाता है। इस रोज हनुमान जी के पूजन का खास महत्व माना गया है। एक महीने तक ज्येष्ठ के हर मंगलवार कुछ सरल से उपाय करने पर सारा साल शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। मंगल ग्रह से संबंधित हर समस्या का निदान हो जाता है। कुंडली में मंगल मारक, नीच या अस्त जैसा भी बुरा प्रभाव दे रहा हो केवल एक महीने तक उपाय कर लेने से कठिन और असाध्य समस्या का समाधान हो जाता है।
सुबह सूर्योदय से पहले स्नान कर हनुमान जी के मंदिर जाकर उन्हें तुलसी के पत्तों की माला पहनाएं। हलवा-पूरी अथवा किसी अन्य मिष्ठान का भोग लगाएं। उनके स्वरूप के सामने आसन बिछाकर बैठ जाएं, फिर श्री हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।
जल, मीठा शर्बत, कच्ची लस्सी आदि का दान करें।
पानी वाले फल जैसे खरबूजा, तरबूज, खीरे आदि का दान करें।
आज के दिन मीठा बांटने का बहुत महत्व है, खासतौर पर लड्डू और केसरी रंग की मिठाई।
शनि के कोप से मुक्ति पाने के लिए मंगलवार की रात तुलसी, पीपल, हनुमान और शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
इसके अतिरिक्त काली दाल, काले वस्त्र, काले तिल, काला छाता व काली चप्पल का दान करें। ( ज्योतिषाचार्य लखनऊ के प्रसिद्ध हनुमान सेतु मन्दिर के मुख्य पुजारी हैं )