(एस. एम. अरशद )
Lucknow news today । एआईएफएफ अध्यक्ष लखनऊ अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) योगी सरकार की मदद से उत्तर प्रदेश में फुटबॉल के लिए एक नया अध्याय लिखने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसकी योजना खेल को बढ़ावा देने के लिए पूरे राज्य में कम से कम एक लाख फुटबॉल वितरित करने की है। इसका लक्ष्य खेल में 22 लाख युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है। एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, “यदि 22 खिलाड़ी एक फुटबॉल खेलते हैं, तो पूरे राज्य में एक लाख फुटबॉल में 22 लाख युवा शामिल होंगे। एआईएफएफ चाहता है कि भविष्य में उत्तर प्रदेश फुटबॉल गतिविधियों का एक नया केंद्र बने। और यदि सब कुछ ठीक रहा, तो एआईएफएफ उत्तर प्रदेश में आठ शहरों की लीग की योजना बना रहा है, ताकि खेल को और बढ़ावा मिले।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले दो सितम्बर को लखनऊ में देश के शीर्ष क्लबों मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के बीच मुख्यमंत्री कप के लिए होने वाला आगामी फेस्टिवल मैच उत्तर प्रदेश में फुटबॉल की ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत करेगा। चौबे ने कहा, “मुझे बताया गया है कि पिछले 50 सालों में उत्तर प्रदेश में ऐसा मैच कभी नहीं हुआ और दुनिया के शीर्ष पांच डर्बी में शामिल दो क्लबों ने उत्तर प्रदेश में कभी एक-दूसरे के खिलाफ मैच नहीं खेला। यह मैच उत्तर प्रदेश में फुटबॉल की एक नई यात्रा शुरू करेगा।” भारत के पूर्व गोलकीपर चौबे ने कहा, “अगली बार जब मैं लखनऊ आऊंगा, तो मैं राज्य की राजधानी में आठ शहरों की लीग के बारे में बात करूंगा क्योंकि एआईएफएफ राज्य में खेलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश की युवा आबादी कई फुटबॉल खेलने वाले देशों से कहीं ज्यादा है और अगर हम उचित तरीके से उनकी मदद करें तो मैं उत्तर प्रदेश के फुटबॉल खिलाड़ियों का उज्ज्वल भविष्य देख सकता हूं।” ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के लगभग 10 शीर्ष खिलाड़ी सोमवार के मैच का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि वे भारतीय टीम के साथ पहले से तय कार्यक्रम में हैं। भारतीय टीम को 3 सितंबर से हैदराबाद में इंटरकॉन्टिनेंटल कप खेलना है। चौबे ने कहा, “यह दोनों टीमों की जर्सी के बारे में है, क्योंकि वे दुनिया के सबसे पुराने क्लब हैं और उनके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मैच के दौरान एक्शन में होंगे।” उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक आरपी सिंह ने भी फुटबॉल को सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का वादा किया। उन्होंने कहा कि सोमवार को मैच के सुचारू संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। सिंह ने कहा, “प्रशंसकों के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा, क्योंकि मैच शाम 6.30 बजे से दूधिया रोशनी में खेला जाएगा। हम चाहते हैं कि सभी फुटबॉल प्रशंसक आएं और भारत की शीर्ष टीमों को एक्शन में देखें।” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा गठित भारतीय खेल संगठन क्रीड़ा भारती के राज्य प्रमुख अवनीश सिंह ने कहा कि सोमवार को होने वाले मैच के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा, “सीएम ने खुद फुटबॉल में काफी रुचि दिखाई है और एआईएफएफ प्रमुख चौबे ने इस महीने की शुरुआत में उनसे मुलाकात की थी, जिसके बाद लखनऊ में एक बड़ा मैच आयोजित करने का विचार उनका ही था।” उन्होंने कहा, “हम राज्य में फुटबॉल के परिदृश्य को बदलने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और सीएम ने हमें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। सोमवार को प्रस्तावित मैच निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश में खेल के परिदृश्य को बदलने में एक बड़ी मदद होगी।” उन्होंने कहा, “हमारी सीएम से केडी सिंह ‘बाबू’ स्टेडियम को विशेष रूप से फुटबॉल के लिए आवंटित करने का अनुरोध करने की योजना है।