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KGMU के जनरल सर्जरी डिपार्टमेंट को मिलेगी नई बिल्डिंग, 315 करोड़ रुपए की लागत से होगा निर्माण,,,

दो बेसमेंट व ग्राउंड फ्लोर समेत 7 मंजिला ऊंची बिल्डिंग का होगा निर्माण, 300 बेड युक्त टीचिंग हॉस्पिटल, मॉर्चरी, रोबोटिक सर्जरी सिस्टम समेत विभिन्न सुविधाओं से किया जाएगा लैस

Lucknow news today ।उत्तर प्रदेश में उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को आधुनिक सुविधआओं युक्त करने के साथ ही भविष्य की जरूरतों के हिसाब से मेकओवर करना शुरू कर दिया है। प्रदेश की मेडिकल विश्वविद्यालयों के आधुनीकिकरण के लिए सीएम योगी के विजन अनुसार एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई थी। इसी योजना पर कार्य करते हुए अब किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के जनरल सर्जरी डिपार्टमेंट को नई बिल्डिंग से युक्त करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मेडिकल यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर ही 9.62 एकड़ क्षेत्र में 37,128.76 स्क्वेयर मीटर के बिल्ड अप क्षेत्र में 315 करोड़ रुपए की लागत से बिल्डिंग का निर्माण व विकास किया जाएगा। परियोजना के अंतर्गत कार पार्किंग के लिए 2 मंजिला अंडर ग्राउंड बेसमेंट का विकास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, ग्राउंड फ्लोर समेत कुल 7 मंजिला ऊंची बिल्डिंग का निर्माण कर इसे हॉस्पिटल व बिल्डिंग मैनेजमेंट प्रक्रिया से लैस किया जाएगा। साथ ही, एडवांस रोबोटिक सर्जरी सिस्टम, 300 बेड युक्त टीचिंग हॉस्पिटल, मॉर्चरी व ऑडिटोरियम समेत विभिन्न सुविधाओं से युक्त किया जाएगा जिसका लाभ आम लोगों के साथ ही यहां के प्रशिक्षु डॉक्टरों को प्राप्त होगा।

टर्न-की बेसिस पर ईपीसी मोड में होगा निर्माण व विकास कार्य

परियोजना के अंतर्गत नियोजन विभाग ने सभी निर्माण व विकास कार्यों को पूरा करने के लिए एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस कार्य को पूरा करने के लिए आवेदन भी मांगे गए हैं और अगस्त महीने में एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि सभी निर्माण व विकास कार्यों को टर्न-की बेसिस पर इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में किया जाएगा। एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन के बाद सभी निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए 24 महीने की समयावधि निर्धारित की गई है।
योजना के अंतर्गत ग्राउंड फ्लोर को स्टिल्ट फ्लोर के तौर पर विकसित किया जाएगा और फर्स्ट फ्लोर सर्विस एरिया होगा। दूसरे फ्लोर पर 60 बेड वाला जनरल वॉर्ड, तीसरे फ्लोर पर 60 बेड वाला जनरल वॉर्ड, चौथे फ्लोर पर 120 बेड वाला जनरल वॉर्ड, 5वें फ्लोर पर 30 बेड वाला प्राइवेट वॉर्ड, 18 बेड वाला एचडीयू, 12 बेड वाला प्री ऑपरेशन व 20 बेडेड डे केयर वॉर्ड बनेंगे। छठे फ्लोर पर 30 बेड वाला पोस्ट ऑपरेशन, 10 ओटी, एक हाइब्रिड ओटी व 12 बेडेड आईसीयू का निर्माण होगा। जबकि 7वें फ्लोर पर फैकल्टी, एडमिनिस्ट्रेटिव व स्टोर ब्लॉक्स का निर्माण होगा।

कई खास सुविधाओं से लैस होगी जनरल सर्जरी डिपार्टमेंट की नई बिल्डिंग

परियोजना के अंतर्गत नई बिल्डिंग को ऑडिटोरियम, यूजी टैंक, पंप रूम, मॉर्चरी, लॉन्ड्री, सर्विस फ्लोर्स, एचवीएसी, फायर अलार्म, सीसीटीवी, लिफ्ट, आईबीएमएस, टू वे ऑडियो-विडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेटअप तथा ईपीबीएएक्स नेटवर्किंग सिस्टम से लैस किया जाएगा। बिल्डिंग को सौर ऊर्जा युक्त बनाने के लिए संयंत्रों की स्थापना भी होगी। इसके अतिरिक्त, वॉल गार्ड, नर्स कॉलिंग सेटअप, न्यूमैटिक ट्यूब सिस्टम, रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम, मेडिकल इक्विप्मेंट्स, मेडिकल फर्निचर, मेडिकल गैस पाइपलाइन व मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर जैसी सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए कार्यावंटन प्राप्त करने वाली एजेंसी डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपेगी जिसके आधार पर कार्यों को आगे पूरा किया जाएगा। बिल्डिंग में 26 पैसेंजर कैपेसिटी वाले 6 लिफ्ट तथा समान व स्ट्रेचर ढोने के लिए एक विशिष्ट लिफ्ट को भी बिल्डिंग में इंस्टॉल किया जाएगा।

अगले 100 वर्षों की जरूरतों के हिसाब से तैयार होगी नई बिल्डिंग

सीएम योगी का विजन है कि प्रदेश की सभी मेडिकल यूनिवर्सिटी भविष्य की जरूरतों के हिसाब से आधुनिकीकरण की प्रक्रिया से गुजरें। ऐसे में, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के जनरल सर्जरी डिपार्टमेंट की नई बिल्डिंग को अगले 100 वर्षों की जरूरतों के हिसाब से निर्मित व विकसित किया जाएगा। यहां पर हेल्थकेयर यूनिट को फ्यूचर रेडी और एक्सेसिबल टू ऑल की थीम पर विकसित किया जाएगा। बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम तथा बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम से लैस किया जाएगा। बिल्डिंग के निर्माण में इनोवेशन का सहारा लिया जाएगा जिसमें पोस्ट टेंशन्ड स्लैब्स के जरिए निर्माण कार्यों को पूरा किया जाएगा। इसके अलावा, नई बिल्डिंग में मरीजों की विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखकर कलर थेरेपी का भी सहारा लिया जाएगा।

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