रिपोर्ट बबलू सेंगर
Jalaun news today । जालौन नगर क्षेत्र में स्थित नजूल की 2750 वर्गमीटर बेशकीमती जमीन पर 35 वर्ष से अवैध कब्जा चल रहा है। पट्टे की अवधि समाप्त होने के बाद नगर पालिका परिषद द्वारा नजूल भूमि पर बोर्ड लगवाकर एक महीने में नजूल भूमि खाली कराने का नोटिन दिया गया है। इसके बाद कभी भी नगर पालिका परिषद कार्यवाही कर सकता है।
हमारे स्थानीय सहयोगी से मिली जानकारी के अनुसार नगर के मुख्य बाजार में नजूल की 2750.76 वर्गमीटर भूमि है। नजूल की संपूर्ण भूमि पर निर्माण है। नजूल की इस भूमि पर दुकानों से लेकर धर्मशाला तक संचालित हो रही है। पट्टे पर दी गई गाटा संख्या 892 की नजूल भूमि के पट्टे की अवधि 30 जून 1988 को समाप्त हो गयी है। बताया जा रहा है कि पट्टे की अवधि समाप्त होने के बाद कब्जाधारकों ने इसके नवीनीकरण के लिए डीएम के यहां आवेदन दिए हैं लेकिन अभी तक किसी भी पट्टेधारक का नवीनीकरण नहीं हुआ है। नजूल की पट्टे की जमीन का पट्ठा समाप्त हुए लगभग 35 वर्ष बीत चुके हैं। इसके बाद भी प्रशासन नजूल की भूमि को अवैध कब्जा से मुक्त नहीं करा पाई है। नजूल की बेशकीमती जमीन पर नगर के लगभग एक दर्जन लोगों के के कब्जा होने का आरोप है। सरकारी अभिलेखों के अनुसार नजूल की 2750.76 वर्गमीटर भूमि की कीमत लगभग 11 करोड़ 59 लाख है। जबकि बाजार में स्थित भूमि की कीमत भी करोड़ों में है। करोड़ों की इस नजूल भूमि पर कब्जाधारक लगभग 35 वर्ष से अवैध कब्जा कर व्यापार कर रहे हैं और मोटी रकम कमा रहे हैं। नगर पालिका परिषद ने अवैध कब्जा के मामले में गाटा संख्या 892 के 11 कब्जेदारों में से 10 लोगों को नोटिस थमाया है। नोटिस देने के बाद उन्हें एक महीने का समय दिया गया है। इसके साथ गाटा संख्या की सीमा में बोर्ड लगा कर अवैध कब्जा धारकों को चेतावनी भी दी गई है।
E O ने कही यह बात
इस बाबत ईओ सुशील कुमार दोहरे ने बताया कि शासन व मंडलायुक्त के निर्देश पर अवैध कब्जा को लेकर नगर पालिका काम कर रही है। अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं अब चेतावनी का नोटिस लगाया गया है। यदि अवैध कब्जे खाली नहीं होते हैं तो नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।