बहराइच जनपद में वृद्ध दंपति को आदमखोर भेड़िया ने बनाया निवाला, तीन अन्य हमले में घायल ,,

ग्रामीणों में आक्रोश, वन विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन एसडीओ का वाहन तोड़ा

कैसरगंज मंझारा तौकली का मामला

रिपोर्ट राहुल उपाध्याय

पढ़िए आपकी अपनी मासिक पत्रिका उत्तम पुकार न्यूज़

Bahraich news today। बहराइच जनपद के कैसरगंज मंझारा तौकली में आदमखोर भेड़िया का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात खूंखार भेड़िए ने खेत की रखवाली कर रहे वृद्ध दंपति को अपना निवाला बना लिया। दोनों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने भेड़िए को मारने के लिए नाकेबंदी की इस दौरान भेड़िए ने उन लोगों पर भी हमला बोला। जिसमें तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। अब तक की भेड़िए के हमले की यह सबसे बड़ी घटना है। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर वन विभाग के अधिकारियों के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीण सुरक्षा की मांग कर रहे थे।
कैसरगंज तहसील क्षेत्र के मंझारा तौकली के मजरा प्यारपुरवा निवासी छेदन 80 वर्ष तथा उसकी पत्नी मानकी 75 वर्ष दोनों लोग सोमवार की रात गांव के बाहर खेत की रखवाली करने गए थे। रात करीब दस बजे मानकी घर से खाना लेकर गई थी। दोनों ने खाना खाया और काफी देर तक जागते रहे। ग्रामीणों के अनुसार देर रात दोनों को नींद आ गई और वह सो गए। सुबह करीब तीन बजे अचानक भेड़िए के समूह ने दोनों पर हमला बोल दिया। दोनों ने शोर मचाकर गांव के लोगों से मदद की गुहार लगाई। लेकिन जब तक गांव के लोग उन्हें बचाने के लिए पहुंचते भेड़िए ने दोनों को अपना निवाला बना लिया था।भेड़िए ने दोनों के हाथ, पैर और सिर को खा लिया था। भेड़ियों के झुंड ने बचाने गए ग्रामीणों पर भी हमला किया। भेड़ियों के हमले में तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस घटना ने ग्रामीणों के सब्र को तोड़ दिया। ग्रामीण वन विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। सांत्वना देने पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों पर अपना गुस्सा निकाला और एसडीओ की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि भेड़िए ने इस इलाके में 20 दिन में चार मासूमों समेत छह लोगों को अपना निवाला बनाया है। जिससे ग्रामीणों में दहशत है वहीं वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ गुस्सा भी है।


आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग को मृतकों के शव उठाने देने से किया इन्कार

बहराइच। भेड़िए के आतंक से त्रस्त आ चुके मंझारा तौकली क्षेत्र के ग्रामीणों में बहुत ही गुस्सा है। 2 दिन पूर्व ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणाओं के बाद भी वन विभाग की लापरवाही के कारण ऐसी घटना दोबारा घटी। पीड़ित ग्रामीणों में गुस्सा और भी बढ़ गया है। जिसके कारण वह किसी भी दशा में समझौता न करने की स्थिति को हैं और गांव में वन विभाग की टीम को न घुसने देने के लिए पूरी तरह से घेराबंदी कर मृतकों के शव को उठाने नहीं दे रहे हैं।

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