
Jalaun news today । जालौन क्षेत्र के छिरिया सलेमपुर में पशुपालक पशुओं को अन्ना छोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। मना करने पर मारपीट व झगड़े पर आमादा हो जाते हैं। किसानों ने छिरिया मलकपुरा चौकी प्रभारी को शिकायती पत्र भेजकर अन्ना प्रथा को बंद कराने एवं अन्ना पशु छोड़ने वाले पशुपालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम छिरिया सलेमपुर निवासी किसान अहमद अली, अंशुल कुमार, सुरेश कुमार, मंजीत, विपिन तिवारी, शिवराम सिंह आदि ने छिरिया मलकपुरा चौकी प्रभारी राजकुमार पांडेय को शिकायती पत्र देकर बताया कि उनके गांव के किसान अन्ना पशुओं की समस्या से परेशान हैं। उन्होंने गांव में अन्ना पशुओं को छोड़ने वाले पशुपालकों के नाम लिखकर बताया कि कई बार पशुपालकों को समझाया जा चुका है या तो वह अपने पशुओं को बांधकर रखें अथवा उन्हें चराने जाएं तो पशुओं के साथ स्वयं जाकर जहां खेत में फसल नहीं हो वहां अपने पशुओं को चराएं। उन्हें चराकर वापस घर लेकर आएं। क्योंकि पशुओं को अन्ना छोड़ देने पर पशु किसानों के खेत में पहुंचकर उनकी फसल को नष्ट कर रहे हैं। जिससे उन्हें आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है। लेकिन समझाने के बाद भी पशु पालकों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। आरोप लगाया कि पशुपालक सुबह शाम खासकर गोवंशीय पशुओं का दूध निकालकर उन्हें अन्ना चरने के लिए छोड़ देते हैं। जिससे वह खेतों में पहुंचकर नुकसान करते हैं। जब पशुपालकों को ऐसा करने से मना किया जाता है तो वह गाली, गलौज करते हुए झगड़ा व मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। किसानों ने मांग करते हुए कहा कि गांव में अन्ना प्रथा को बंद किया जाए। जो पशुपालक नियमों को नहीं मान रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।






