ग्रामीणों ने मुख्यमन्त्री पोर्टल पर की शिकायत फिर भी नहीं हुई कार्रवाई,ग्रामीणों ने सड़क पर निकालकर किया प्रदर्शन
रिपोर्ट राहुल उपाध्याय
रुपईडीहा, बहराइच। नगर पंचायत रुपईडीहा के भारत नेपाल सीमा से लगे वार्ड नंबर 6 जमुनहा गांव के वाशिंदों को रोस्टर के मुताबिक बिजली की आपूर्ति नहीं मिल रही है। जबकि इस मोहल्ले की आबादी बारह सौ के करीब है। मोहल्ले में बिजली की गंभीर समस्या बनी हुई है। गांव में लगे बिजली के तार दूसरे तीसरे दिन टूटकर गिर जाते हैं तो छह से आठ घण्टे बिजली ग़ायब हो जाती है और लो वोल्टेज के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बिजली की समस्या से परेशान मोहल्ले के लोगों ने रविवार को अपने घरों से बाहर निकाल कर मुख्य सड़क पर बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी के और प्रदर्शन किया।
गांव निवासी भाजपा किसान मोर्चा मण्डल अध्यक्ष भीमसेन मिश्रा का कहना है कि 800 मीटर दूर ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। इसी की वजह से तार गरम होकर बार-बार टूट जाते हैं, लो वोल्टेज से न तो एलईडी बल्ब जल पाता है और न ही पंखे चलते हैं। गर्मी के मौसम में स्थिति और भी विकट हो गई है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है और पूरे गांव का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। वार्ड नंबर 6 के सभासद मनोज कुमार प्रजापति ने बताया कि वोल्टेज अक्सर 60 या 70 तक ही रहता है, इससे अधिक नहीं हो पाता। पहले भी नानपारा बिजली विभाग के एसडीओ ने शांति समिति की बैठक में आश्वासन दिया था कि समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। समाज सेवी एवं रामजानकी नगर के सभासद गुड्डू मदेशिया का कहना है कि जमुनहा गांव नेपाल सीमा से शून्य किलो मीटर की दूरी पर है, यहाँ अधिकतम बिजली की आवश्यकता है। जिससे घुसपैठियों और तस्करों पर ग्रामीण नजर रख सकें। भारतीय सीमा की सुरक्षा में जवान मुस्तैद रहते तो हैं। बिजली न रहने पर अराजकतत्व, तस्कर एवं संदिग्ध गतिविधियों वाले अंधेरे का लाभ उठा कर अवैध आवागमन कर लेतें हैं। अंधेरे में तस्करी भी गतिविधि भी बढ़ जाती है। गांव के महेश सिंह, अर्जुन, गोविन्द गौतम, गुड्डू जैसवाल, किशन सिंह, दुर्गेश शर्मा, निकेश शर्मा, रिंकू सिंह सहित अन्य लोगों ने एकजुट होकर मांग की है कि गांव में नए खंभे लगाए जाएं, जर्जर तारों को बदला जाए, ट्रांसफार्मर गांव में स्थापित किया जाए। ग्रामीणों ने आंशिक प्रदर्शन कर चेतावनी दी है कि यदि समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ तो वे बिजली विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

