बुधवार को भारत के लिए बहुत खास और यादगार बन गया है। दरअसल आज भारत ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग चन्द्रमा की सतह पर कर ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चन्द्रयान – 3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के चंद्रमा की सतह पर उतरते ही भारत ने पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बनकर इतिहास रच दिया है।

बता दें कि देशभर में चल रहे प्रार्थनाओं के दौर और दुनिया भर की नजरें भारत की ओर लगी होने के बीच लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के निकट सॉफ्ट लैंडिंग की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसी के साथ भारत अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने वाला दुनिया का चौथा देश भी बन गया है।

हम आपको बता दें कि चंद्र सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं लेकिन उनकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर नहीं हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हम आपको यह भी बता दें कि चंद्रयान-3 चंद्रयान-2 के बाद का मिशन है और इसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित एंव सॉफ्ट-लैंडिंग को दिखाना, चंद्रमा पर विचरण करना और यथास्थान वैज्ञानिक प्रयोग करना है।
प्रभासाक्षी की रिपोर्ट के अनुसार सॉफ्ट-लैंडिंग की महत्वपूर्ण प्रक्रिया को इसरो अधिकारियों सहित कई लोगों ने ‘‘17 मिनट का खौफ’’ करार दिया था। लैंडिंग की पूरी प्रक्रिया स्वायत्त थी, जिसके तहत लैंडर को अपने इंजन को सही समय और उचित ऊंचाई पर चालू करना होता है, उसे सही मात्रा में ईंधन का उपयोग करना होता है और अंततः नीचे उतरने से पहले यह पता लगाना होता है कि किसी प्रकार की बाधा या पहाड़ी क्षेत्र या गड्ढा नहीं हो। बहरहाल, चंद्रयान-3 की कामयाबी के बाद इसरो के मुख्यालय सहित देशभर में जश्न का माहौल दिखाई दे रहा है। लोग तरह-तरह से देश की इस बड़ी कामयाबी का जश्न मना रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी इसरो चीफ समेत पूरी टीम को दी बधाई
चन्द्रयान 3 के सफल लैंडिंग पर पूरे देश में जोश व उत्साह है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से इसरो के चीफ एस सोमनाथ समेत पूरी टीम को बधाई दी है। पीएम श्री मोदी ने कहा कि अभी वह सिर्फ फोन से बधाई दे रहे हैं और जल्द रूबरू होकर सभी को बधाई।