Lucknow news today । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार इंडियन पोल्ट्री एक्सपो का शुभारंभ किया गया। राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हुए इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा एवं राज्यसभा सांसद रहे।
डॉ पी के शुक्ला ने कहा कि आज यहां पर आकर के इस बात का सौभाग्य प्रदान किया है उनके सामने अपनी बात कह सके। श्री शुक्ल ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश शासन के विशेष आभारी हैं जिन्होंने कुक्कुट विकास की योजनाओं को समय-समय पर चलाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में मुर्गियों की संख्या लगभग 850 मिलियन है अंडे उत्पादन की दृष्टि से हम लोग विश्व में तीसरा स्थान रखते हैं आज की तारीख में 130 बिलीयन अंडे उत्पादन करते हैं और उत्पादन की दृष्टि से विश्व में पांचवा स्थान रखते हैं और इन सभी चीजों में उत्तर प्रदेश की अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि जब से प्रधानमंत्री ने यह मूल मंत्र दिया है कि हमें किसानों की आय दोगुनी करनी है उसमें पोल्ट्री फार्म का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान है। पशुपालन के क्षेत्र इतनी तेजी से किसी दूसरे व्यवसायिक विकास की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि 1950 में जो अंडा उत्पादन था वह सिर्फ दो बिलियन था और आज की तारीख में 130 बिलियन पहुंच चुका है। उत्तर प्रदेश मुर्गी उत्पादन के रूप में एक गैर परंपरागत रूप में जाना जाता था परंतु पिछले 7 सालों में हम देखें तो कुकुट विकास की योजना सरकार ने तैयार की थी जिसके तहत किसानों को पोल्ट्रीफॉर्म परियोजनाओं के माध्यम से सब्सिडी और पेंशन का माध्यम उपलब्ध कराया और उसका परिणाम यह हुआ कि आज यहां पर मुर्गियों की संख्या लगभग 11 गुना बढ़ी हैं। हमारा उत्तर प्रदेश परंपरागत दृष्टि से पोल्ट्री इंडस्ट्री में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्य अतिथि ने सम्बोधन में कही यह बात
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ दिनेश शर्मा ने कहा की 2017 में यूपी में योगी सरकार आयी तब हम लोगों ने विचार किया कि डेवलपमेंट प्रोसेस क्या हो इस पर काम किया है । डॉक्टर श्री शर्मा ने कहा कि उस समय पोल्ट्री पॉलिसी बनाई गई थी इसमें कुकुट व्यवसाय है इसके लिए कार्य योजना तैयार की गई। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बात करें तो इसमें जो वायल फार्मिंग है उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में प्रयास हुआ कि जो खपत है इसका उत्पादन हो हमें बाहर से ना मांगना पड़े हम उतनी आपूर्ति कर सके इस पर उत्तर प्रदेश में सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि आज हम देखते हैं कि भारत सबसे अधिक उत्पादन की चीज है तो पहले नंबर दूध है तो दूसरी नंबर अंडों का है। उन्होंने कहा कि अब भारत जल्द ही अंडों के निर्यात करने का हब बनेगा अब इसके निर्यात करने भी समय आ गया है । हमारे प्रदेश में कुक्कुट पालन को बढ़ावा मिला है । आज स्वरोजगार के क्षेत्र में यह लोकप्रिय हो गया है कुक्कुट पालन गांव में देखने को मिलता है। उत्तर प्रदेश में अगर कुकुट पालन के लिए जमीन लेते हैं तो आपको रजिस्ट्री में छूट मिलेगी आपको बिजली में छूट मिलेगी और कई चीजों में छूट मिलती वहीं उत्तर प्रदेश में तेजी से मुर्गी दाने का उत्पादन भी कर रहा है। हमे स्वउत्पादन से मांग के हिसाब से इसकी पूर्ति करना है यानी इसके उत्पादन के रूप में भी कई लोगों को रोजगार मिल रहा है। उन के रोजगार के क्षेत्र में यदि देखा जाए तो आज हम अंडों के उत्पादन देखा जाए तो उत्तर प्रदेश में इस उद्योग को बढ़ावा मिला है आज यहां नई यूनिट लगाने पर या नई मशीन खरीदने पर विभिन्न प्रकार की सब्सिडी का प्रावधान है बिजली सब्सिडी पर प्रावधान है बिजली के बिल में सब्सिडी का प्रावधान है जमीन खरीदने पर रजिस्ट्री में छूट भी है यह विशुद्ध वातावरण जब बनता है तो लोगों का ध्यान वहां जाता है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जो कुकुट उत्पादन की पॉलिसी है इसका अनुसरण अन्य प्रदेशों के लोग भी कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इसकी लोकप्रियता बड़ी है कि किसान बेरोजगार ना रहे तो लघु उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है जैसे पहले अंग्रेजों के समय छोटे-छोटे खिलौने बना लेते थे मधुमक्खी पालन कर लिया करते थे लेकिन अब समय के बदलाव के साथ है मुर्गी पालन एक लोकप्रिय लघु उद्योग के रूप में उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे भारतवर्ष में बढ़ा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी कहते थे कि हमें बहुत बड़ा उत्पादक नहीं चाहिए हमें बहुत लोगों के द्वारा किया गया उत्पादन चाहिए जिसमें बहुत लोगों के काम मिल सके इसलिए उन्होंने लघु उद्योगों को बढ़ावा दिया है इसकी वजह से अब किसान खेती करते-करते मुर्गी पालन भी कर रहे हैं जिससे उनकी एक आय का साधन बन रहा है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन कर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश एक ऐसा प्रदेश है जहां मुर्गी पालन के लिए प्रोत्साहन के साथ-साथ कंज्यूमर्स यानी उपभोग करने वाले लोग हैं।उन्होंने कहा कि वह बचपन में सुनते आए हैं कि मुर्गी की माँ कब तक खैर मनाए यानी कि अगर मुर्गा हुआ तो उसका कटना निश्चित है । उन्होंने कहा कि लघु उद्योग चाहे वह लकड़ी का उद्योग को चाहे मधुमक्खी पालन हो चाहे कुछ और हो मसाले का पापड़ का व्यवसाय हो उनका की छोटे उद्योग बेरोजगारी को समाप्त करते हैं । आत्मनिर्भरता की तरफ ले जाते और छोटे उद्योग आर्थिक साधन संसाधन को संपन्न बनाने में योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि जापान में जब हिरोशिमा पर बम चलाए गए और वह नष्ट हो गया तो उसने बड़े-बड़े उद्योग न लगाकर छोटे-छोटे उद्योगों के माध्यम से अपने वहां का विकास किया। इसकी वजह लघु उद्योग नीति भी है और इस नीति के अंतर्गत छोटे-छोटे उद्योग जो है इनकी भी पॉलिसी बनी है और लोग इससे फायदा ले रहे हैं । डॉ शर्मा ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश माफियायों का प्रदेश माना जाता था यहां कोई भी त्यौहार ऐसा नहीं रहता था जहां दंगा ना हो होली आई तो दंगा आज उत्तर प्रदेश स्थिर भाव में है उत्तम प्रदेश बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह सबसे बड़ी बात कही है कि यह प्रदेश जाति और धर्म में ना बटे इसलिए प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा महिला और किसान और चौथी गरीबी इन चार जातियों का उन्नयन करना है । इसमें कौन हिंदू कौन मुस्लिम कौन अगड़ा कौन पिछड़ा यह प्रश्न नहीं है । सबका समग्र विकास और किसानों की आमदनी दोगुना की बात करेंगे तो वह किसानी के साथ-साथ पोल्ट्री का व्यवसाय करने लगे या मधुमक्खी का पालन करने लगे तो ऐसा रोजगार के माध्यम से अपने आमदनी को दोगुना कर सकते हैं । डॉ श्री शर्मा ने कहा कि इसी वजह से किसान सम्मान निधि दी गई था कि छोटी-छोटी खर्चों से आप इनके माध्यम से पूरा कर सके । डॉ शर्मा ने कहा कि आज हमारे यहां आयात कम हो रहे हैं निर्यात ज्यादा हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमने कई देशों को वैक्सीन भी दी। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत यह था कि आपको चेचक निकल आई डेंगू हो गया तो हमारे यहां के नेता कहते थे जापान सिटी से वैक्सीन मंगा लो जर्मनी अमेरिका से मंगा लो और जब वह साल भर तक मंगाने का प्रयास करते थे एक रुपए की चीज को ₹3 की मिलती थी और जब तक वह आता तो तब तक हजारों लोग मर जाते थे । उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया में कोरोना आया तो अमेरिका जैसे विकसित देश से टीका नहीं मंगाया प्रधानमंत्री ने कहा हमसे इसका उत्पादन करेंगे और एक की वजह तीन-तीन वैक्सीन का उत्पादन किया गया । उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन को बनाने को लेकर लोगों ने आलोचना भी की है की यह वैक्सीन नकली है प्रधानमंत्री लगवाए तो जाने इस पर प्रधानमंत्री ने साधारण से व्यक्ति बनकर एक नर्स से व्यक्ति लगवाई थी । उन्होंने कहा कि कोरोना कल में अमेरिका जैसा देश यहां मदद की गुहार लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि देश अब वो सोने की चिड़िया नहीं है कि कभी अंग्रेज आए कभी पुर्तगाली आए और कहां की सोने की चिड़िया का पंख उतार कर छीन लिए उन्होंने कहा कि अब तो अशोक की लाट का चिन्ह भी बदल गया है अब लटका हुआ शेर नहीं अब दहाड़ता हुआ शेर हो गया है । अब हिंदुस्तान दहाड़ते हुए सोने के शेर वाला देश बना है जो 130 करोड लोगों को बगैर जाति बगैर धर्म के रोजगार देने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में कभी पत्थर बरसते थे आज वहां पर जन गण मन गया जा रहा है और रोड पर बल्ला लेकर सचिन तेंदुलकर के साथ क्रिकेट खेल रहे हैं ।
उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आपने लखनऊ को चुना इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा बाहर के लोगों को भी बुलाया गया है इस कार्यक्रम के लिए आपका आभार में सबसे कहूंगा कि आप सब उत्तर प्रदेश की लघु उद्योग की पॉलिसी को जरूर पढ़ो । उन्होंने कहा कि पहले जमीन नहीं मिलती थी बिजली नहीं मिलती थी बुंदेलखंड में जाओ तो गड्ढे में सड़क या सड़क पर गड्ढा नहीं समझ में आता था । महिलाएं सर पर पानी की मटकी लेकर कई कोष से पानी लेने के लिए जाती थी जहां घर-घर तमंचे का शौक हुआ करता था । आज वहां ऑटोमेटिक राइफल बन रही है। शाम को लघु शंका करने के लिए हाथ में लोटा लेकर सूरज देवता डूबने का इंतजार करते थे माताएं बहने और अंधेरा होता हुआ है वहां जाकर नित्यकर्म करती थी आज गांव गांव में वहां तक शौचालय पहुंचा है महिलाओं के नाम पर कच्चा मकान के नाम पर पक्का मकान प्रधानमंत्री आवास के नाम पर बिना किसी भेदभाव के सभी को दिए गए इसमें सिर्फ गरीबी देखी गई है कोई जाति पात नहीं देखा गया जिसको वह आवास दिए गए राशन के मामले में भी ऐसा ही है यहां किसी का भेदभाव नहीं किया जाता है सबको एक साथ राशन दिया जा रहा है।
इस अवसर पर ये भी रहे मौजूद
वी वी शिवशंकर आयोजक डॉक्टर पी के शुक्ला एक दिन मथुरा वेटरनरी कॉलेज डॉक्टर एस के चौहान डायरेक्टर RFRAC रिकी थापर ट्रेजर पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया सेल्वर कानन एफ एम शेख प्रेसिडेंट वॉयलर वेलफेयर फेडरेशन, वी पी सिंह प्रेसिडेंट कुक्कुट विकास समिति कन्वेनर डॉ मनोज शुक्ला एवं अजय मेहरोत्रा,,