बुंदेली लोक कलाओं का कलाकारों ने किया प्रदशर्न, लोगों ने लिया आनंद,,बुंदेली लोक कलाओं को समपिर्त 16 वां मित्र महोत्सव
(ब्यूरो रिपोर्ट )
Jalaun news : बुंदेली लोककलाओं को समर्पित मित्र महोत्सव की शुरूआत पुरखों की शोभायात्रा के साथ शुरू हुई। इस दौरान बुंदेली संस्कृति व लोक कलाओं का भी प्रदशर्न किया गया। जिनका मौजूद लोगों ने जमकर आनंद लिया।
हमारे स्थानीय सहयोगी से मिली जानकारी के अनुसार सांस्कृति धरोहर प्रचार प्रसार समिति के तत्वावधान में रविवार को 16वें मित्र महोत्सव की शुरूआत हुई।

इस दौरान 75 से 105 वर्ष की आयु के पुरखा ( बुजुर्ग ) छत्रसाल इंटर कॉलेज परिसर में एकत्रित हुए। दोपहर 3 बजे से सभी पूर्व पालिकाध्यक्ष गिरीश कुमार गुप्ता, गुलाब सिंह जाटव, सोमिल याज्ञिक, नरसिंह यादव व मास्टर सुशील कुशवाहा ने सभी 108 पुरखों को माला पहनाकर व उनका भोग लगाकर शोभायात्रा का शुभारंभ किया। शोभायात्रा तकिया मैदान पर पहुंची जहां पूर्व मंत्री श्रीराम पाल, बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रदुम्न दीक्षित इटहिया ने शोभायात्रा का स्वागत किया। इसके बाद शोभायात्रा झंडा चौराहे पर पहुंची जहां समाजसेवी दीपक मित्तल, नितिन मित्तल, लक्ष्मीकांत शाक्य, अनिल यादव, वाचस्पति मिश्रा आदित्यभूषण द्विवेदी आदि ने पुष्पवर्षा कर शाभायात्रा का स्वागत किया।
सब्जी मंडी व मनोहर लाल अस्पताल पर रामनरेश तिवारी, उदयभान वर्मा, प्रदीप, रज्जन पुरवार, सामीर अली, योगेंद्र राठौर, परवेज, नईम आदि ने शोभायात्रा का स्वागत किया। इस दौरान झंडा चौराहे व अन्य स्थलों पर बुंदेली लोक कलाओं का प्रदशर्न कर एनसीसी कैडेट्स द्वारा तिरंगे को सलामी दी गई। बुंदेली लोककलाओं के प्रदशर्न में लोक कलाकारों द्वारा दिवारी नृत्य, रमतूला, सजी बैलगाड़ी, दिल दिल घोड़ी, ऐचकताना, स्वांग, फाग, भजन, बुंदेली गारी, गोटे, बाजे घर नीम तरे, ढपली वादन, केंकड़िया वादन, बुंदेली गायन, ख्याल, ख्वाजा की चादर, खंजड़ी वादन, नागिन बैंड, सद्भावना झांकियों का प्रदर्शन किया गया। जिसे देखकर सुनकर लोगों ने जमकर आनंद लिया। इससे पूर्व बुंदेलखंड के प्रसिद्ध रंगमंचकर्मी पंडित पूरनचंद्र मिश्र पूरन को श्रृद्धांजलि देते हुए उनके चित्र को पालकी पर रखा गया। कायर्क्रम का संचालन पंडित प्रयाग गुरू, राजकुमार मिझौना व मास्टर सुशील कुशवाहा ने किया।
