रिपोर्ट राहुल उपाध्याय
रुपईडीहा, बहराइच। नेपाल में बेरोजगारी होने के कारण सुदूर पर्वतीय अंचलों के नेपाली नागरिक लाखों की संख्या में भारत के विभिन्न शहरों में काम करतें हैं। दशहरा व भाई टीका मनाने के लिए एक वर्ष बाद नेपाल लौटते हैं। दशहरा नेपाल का सबसे बड़ा राष्ट्रीय, धार्मिक व सांस्कृतिक पर्व है। रुपईडीहा होकर ये लोग सुबह 6 बजे से ही नेपाल सीमा में दोनों देशों के सुरक्षा कर्मियों की गहन जांच से गुजरते हुए अपने घर लौटते हैं। बार्डर पर इस समय सुबह से शाम तक इनकी लंबी कतार लगी देखी जा सकती है। उक्त जानकारी देते हुए रुपईडीहा से सटे नेपाली क्षेत्रीय पुलिस कार्यालय जमुनहा के इंचार्ज उपेंद्र बूढ़ाथोकी ने बताया कि दैनिक 4 हजार नेपाली नागरिक नेपाल के बांके, बर्दिया, कंचनपुर कैलाली, दैलेख, सुर्खेत, जाजरकोट, रुकुम रोल्पा, प्यूठान व जुम्ला आदि सुदूर पर्वतीय जिलों के निवासी अपने घरों को लौट रहे हैं। अब ये दीपावली के बाद काम पर वापस जाएंगे।

