15 दिन से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं जालौन के इस गांव के लोग,,एसडीओ ने कही यह बात

Jalaun news today ।जालौन क्षेत्र के कैंथ गांव में ट्रांसफार्मर फुंकने और खंभा टूटने से एक मोहल्ला लगभग 15 दिन से अंधेरे में रहने को मजबूर है। उधर, आंधी आने के कारण ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग व काशीपुरा समेत आधा दर्जन गांव की बिजली आपूर्ति 60 घंटे से ठप है। बिजली बंद होने के कारण गांव के लोग गर्मी से परेशान हैं। ग्रामीणों ने शीघ्र बिजली आपूर्ति बहाल कराने की मांग बिजली विभाग के अधिकारियों से की है।
ब्लॉक क्षेत्र. के ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग, काशीपुरा समेत आधा दर्जन गांवों में 31 मई की रात करीब 11 बजे अचानक से बिजली चली गई। सुबह तक जब बिजली नहीं आई तो लोगों ने इसके बारे में पता किया। जिसमें पता चला कि आंधी आने से पेड़ों की टहनियों के बिजली के तारों से टकराने व बिजली के पोल क्षतिग्रस्त होने के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना बिजली विभाग को दी। लेकिन 60 घंटे के बाद भी बिजली सही नहीं हो सकी।
उधर कैंथ गांव में लगभग 15 दिन पूर्व खंभा टूटने से एक मोहल्ले की बिजली आपूर्ति ठप थी। जिसके चलते लोग परेशान थे। अब गांव का ट्रांसफार्मर भी फुंक गया है। जिसके चलते आधे गांव की बिजली गुल हो गई है। सभी गांवों में बिजली आपूर्ति ठप होने से घरों में लगे इंवर्टर डिस्चार्ज हो गए हैं। बिजली न आने के कारण सबमर्सिबल पंप नहीं चल पा रहे हैं जिसके कारण पानी का भी संकट हो गया है। गर्मी के मौसम में बिजली व पानी दोनों सेवाएं बंद होने से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीण गजेन्द्र सिंह, सुनील श्रीवास्तव, राजू दुबे, अमरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, मूलू सिंह, जितेंद्र गुर्जर, प्रदीप, अनूप कुमार, ईश्वर दयाल आदि कहते हैं कि गर्मी के मौसम में बिजली, पानी न मिलने से बहुत दिक्कत हो रही है। मोबाइल फोन डिस्चार्ज हो गए हैं। इन्वर्टर पहले से ही डिस्चार्ज पड़े हैं। ऐसे मोबाइल की चार्ज करने के लिए आसपास के गांव या जालौन जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग के अधिकारियों से शीघ्र बिजली आपूर्ति बहाल कराने की मांग की है। इस बाबत एसडीओ कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि काम लगातार चल रहा है। कुछ स्थानों पर सोमवार की दोपहर तक बिजली की सप्लाई शुरू कर दी गई है। शाम तक काम पूरा कर होने की उम्मीद है जिसके बाद सभी गांवों में सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।

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