यूपी के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक संपन्न,,

परियोजनाओं की धीमी रफ्तार पर मुख्य सचिव ने जताई गहरी नाराजगी, कार्यदायी संस्थाओं को तत्काल प्रभाव से निर्माण कार्यों में तेजी लाने के दिए सख्त निर्देश

Lucknow news today । यूपी के मुख्य सचिव  एस.पी. गोयल की अध्यक्षता में आज प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप (पीएमजी) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य की प्रमुख विकास परियोजनाओं जिसमें प्रधानमंत्री एकता मॉल, पीएम मित्र पार्क, श्रमजीवी महिलाओं के लिए छात्रावास, संत कबीर टेक्सटाइल एण्ड अपैरल पार्क, श्रावस्ती में इंटरप्रिटेशन सेंटर, बटेश्वर में पर्यटन विकास कार्य तथा आगरा, कानपुर व लखनऊ की मेट्रो रेल परियोजनाएं, डिजिटल लाइब्रेरी शामिल हैं, की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई।
मुख्य सचिव ने आगरा, वाराणसी तथा लखनऊ में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री एकता मॉल तथा लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में बन रहे श्रमजीवी महिलाओं के छात्रावास परियोजनाओं के निर्माण की धीमी रफ्तार पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं को तत्काल प्रभाव से निर्माण कार्यों में तेजी लाने के सख्त निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि देरी को जल्द से जल्द कवर करने के लिए समय-सारिणी को संशोधित किया जाए, कार्यस्थलों पर आवश्यकतानुसार मैनपावर बढ़ाई जाए। संबंधित विभाग भी नियमित एवं सघन समीक्षा करते हुए कार्य में तेजी सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि इन परियोजनाओं के संचालन एवं रख-रखाव की सभी आवश्यक तैयारियां अभी से प्रारम्भ कर दी जाएं ताकि निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ ही इनका संचालन तुरंत शुरू हो सके। मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि अगली पीएमजी बैठक में सभी परियोजनाओं में अपेक्षित वित्तीय एवं भौतिक प्रगति स्पष्ट रूप से दिखनी चाहिए तथा निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से किसी भी हाल में समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पीएम मित्र पार्क परियोजना के सम्बन्ध में मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि बाउंड्री वॉल, गेट कॉम्प्लेक्स तथा ऑफिस बिल्डिंग के नवीनीकरण का कार्य मार्च 2026 से पूर्व हर हाल में पूर्ण कराया जाए। श्रावस्ती में इंटरप्रिटेशन सेंटर के निर्माण एवं बटेश्वर में पर्यटन विकास कार्यों में भी प्रगति सुनिश्चित की जाए।
मेट्रो रेल परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने निर्देश दिए कि लखनऊ मेट्रो के कॉरिडोर-1B (चारबाग से वसंत कुंज) के निर्माण कार्य शुरू करने की सभी औपचारिकताएं अत्यन्त त्वरित गति से पूरी करायी जाएं तथा सभी निर्माणाधीन मेट्रो परियोजनाओं में अधिकतम गति से कार्य कराते हुए इन्हें निर्धारित समय से पहले पूरा करने के हरसम्भव प्रयास किए जाएं। मुख्य सचिव ने फोटोग्राफ्स के परियोजनाओं की भौतिक स्थिति का अवलोकन भी किया।
बैठक में बताया गया कि पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क लखनऊ-हरदोई में बाउण्ड्री वॉल का कार्य 70 प्रतिशत, ऑफिस स्पेस के रेनोवेशन का कार्य 45 प्रतिशत तथा गेट कॉम्प्लेक्स का कार्य 20 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। पार्क के अंदर 132 केवी रिसीविंग सब-स्टेशन तथा 26 किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन के निर्माण के लिए ठेकेदार को एलओआई जारी की जा चुकी है। साथ ही, दौलतगंज एसटीपी से टरशियरी ट्रीटमेंट प्लांट तक 29.5 किलोमीटर इंडस्ट्रियल वाटर सप्लाई लाइन, गोमती नदी से प्रस्तावित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक 16.7 किलोमीटर डोमेस्टिक वाटर सप्लाई लाइन तथा पार्क के अंदर छह ट्यूबवेल के कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) द्वारा ठेकेदार चयन हेतु टेंडर दस्तावेज का प्रकाशन प्रक्रिया में है।
आगरा मेट्रो परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 64.1 प्रतिशत तथा वित्तीय प्रगति 62.1 प्रतिशत हो चुकी है। भूमिगत खण्ड के चार स्टेशनों के लिए सभी सुरंगों का निर्माण सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया है तथा फिनिशिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। एलिवेटेड खण्ड के तीन स्टेशनों का निर्माण कार्य भी तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। परियोजना पर ट्रेन टेस्टिंग एवं ट्रायल रन जनवरी 2026 से प्रारंभ होने की योजना है।
कानपुर मेट्रो परियोजना में आईआईटी कानपुर से कानपुर सेंट्रल तक 15 किलोमीटर का खण्ड पहले से ही परिचालन में है। कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर तक भूमिगत खण्ड (दो स्टेशन) की प्रगति 82 प्रतिशत है और इसे 15 अप्रैल 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। झकरकटी तथा ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशनों का संरचनात्मक कार्य पूर्ण हो चुका है तथा फिनिशिंग कार्य चल रहा है। इसी तरह बारादेवी से नौबस्ता तक एलिवेटेड खण्ड (पांच स्टेशन) की प्रगति 93 प्रतिशत है और इसे 30 जनवरी 2026 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इस खण्ड पर भी ट्रेन टेस्टिंग एवं ट्रायल रन जनवरी 2026 से मई 2026 के बीच प्रस्तावित है।
लखनऊ मेट्रो के कॉरिडोर-1बी (चारबाग से वसंत कुंज) के लिए लोक निर्माण विभाग से आवश्यक एनओसी प्राप्त हो चुकी है। जियो-टेक्निकल एवं टोपोग्राफिकल सर्वे पूर्ण हो चुका है तथा डिटेल डिजाइन कंसल्टेंट के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया प्रगति पर है।
श्रावस्ती में कुल 76.21 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत (भाग-1) से इंटरप्रिटेशन सेंटर, एंट्रेंस गेटवे पिलर्स, 1.32 किलोमीटर पैदल पथ सहित स्ट्रीटस्केप, बुद्धवनम लैंडस्केप गार्डन तथा मौजूदा टूरिज्म कॉम्प्लेक्स में डॉरमेट्री का विकास कार्य कराया जा रहा है। इसी क्रम में बटेश्वर परियोजना के अंतर्गत टूरिस्ट इंटरप्रिटेशन सेंटर सह प्रसाद मंडपम (कैफेटेरिया ब्लॉक), नटराज प्रांगण, शंभु शांति वाटिका तथा संपूर्ण साइट डेवलपमेंट का कार्य कराया जा रहा है।
बैठक में संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।