सनसनीखेज मामला : बिजली विभाग के संविदा कर्मचारी ने किया भाजपा कार्यालय के पास आत्मदाह का प्रयास,, हालत गंभीर

मकान मालिक और ठाकुरगंज पुलिस पर लगाया प्रताड़ना का आरोप हालत गंभीर

लखनऊ । यूपी की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब पत्नी और बच्चों के साथ पहुंचे एक 50 वर्षीय बिजली विभाग के संविदा कर्मचारी ने अपने शरीर पर आग लगा ली। भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के पास मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी तरह से आग को बुझाया और गंभीर अवस्था में उसे सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया है । बताया जा रहा है कि आत्मदाह का प्रयास करने वाला संविदा कर्मी 50% से ज्यादा जल गया है उसकी हालत गम्भीर बताई जा रही है। डीसीपी पश्चिम का कहना है कि पूरे मामले की जांच कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

मिली जानकारी के अनुसार जानकारी के अनुसार बिजली विभाग में संविदा कर्मी के पद पर तैनात 50 वर्षीय बलराम कुमार तिवारी अपनी पत्नी और 4 बच्चों के साथ पुराना तोपखाना ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में 6 महीनों से किराए के मकान में रह रहा था। लखनऊ कमिश्नरेट मीडिया सेल के प्रवक्ता ने बताया कि बलराम तिवारी ने आज हजरतगंज में स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में गेट नंबर 1 के पास अपने शरीर पर तेल छिड़ककर आग लगा ली। उन्होंने बताया कि गंभीर अवस्था में बलराम कुमार तिवारी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने बलराम के 50% से ज्यादा जलने की बात कही है उन्होंने बताया कि बलराम का मकान मालिक से किराए को लेकर विवाद चल रहा था बलराम पर किराया बाकी था जिसका विवाद ठाकुरगंज थाने पहुंचा था। थाने पर ही बलराम ने 22 तारीख तक किराया देने की बात कही थी । बीजेपी कार्यालय में आग लगाकर आत्म दाह का प्रयास करने वाले संविदा कर्मी बलराम कुमार तिवारी की पत्नी का आरोप है कि मकान मालिक और उसका पड़ोसी उसके पूरे परिवार से लगातार गाली गलौज और मारपीट कर रहा था जिसकी शिकायत उसने पुलिस से की थी जहां पुलिस ने भी मकान मालिक का साथ देते हुए उल्टा उसके परिवार से ही अभद्रता की थी। बलराम तिवारी की पत्नी का कहना है कि यदि उसे न्याय न मिला तो वह अपने चारों बच्चों के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर लेगी। इस संबंध में पुलिस उपायुक्त पश्चिम एस चिनप्पा ने बताया कि बीजेपी कार्यालय में अपने शरीर पर आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले बलराम कुमार तिवारी से उसके मकान मालिक का कुछ विवाद था जिसकी जांच की जा रही है । उनका कहना है कि बलराम तिवारी की पत्नी के द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों की भी जांच के उपरांत इस प्रकरण में उचित कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि बीजेपी कार्यालय में आत्मदाह का प्रयास करने वाले बलराम तिवारी की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से कुछ महीनों का किराया उस पर बाकी हो गया था जिसकी वजह से मकान मालिक उस पर मकान खाली करने और किराया देने के लिए न सिर्फ दबाव बना रहा था बल्कि मकान मालिक ने ठाकुरगंज पुलिस से शिकायत कर बलराम कुमार तिवारी पर दबाव बनाया था । पीड़ित की पत्नी कि अगर माने तो आम्रपाली चौकी इंचार्ज रमापति यादव ने मकान मालिक का पक्ष लेते हुए उसके पति से न सिर्फ अभद्रता की थी बल्कि उसके परिवार पर कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही थी जबकि उसका पति किराया देने के लिए कह रहा था लेकिन पैसों का इंतजाम न होने की वजह से किराया देने में कुछ देरी हो गई थी।।फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच करने में जुटी है। ( साभार जय कलम )

Leave a Comment